भारत में एआई के नए युग की शुरुआत
भारत का पहला कृत्रिम बुद्धिमत्ता केंद्रित विशेष आर्थिक क्षेत्र (AI SEZ) अब छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना को रैकबैंक डाटा सेंटर्स प्राइवेट लिमिटेड विकसित कर रही है, जो कार्बन–न्यूट्रल डेटा सेंटर्स के लिए जानी जाती है। लगभग ₹1,000 करोड़ के निवेश के साथ यह SEZ आधुनिक तकनीक के भविष्य की नींव रखेगा।
यह SEZ क्यों है खास
6 एकड़ में फैले इस ज़ोन में करीब 1.5 लाख वर्ग फुट की उन्नत अधोसंरचना तैयार की जाएगी, जिसमें 80 मेगावॉट क्षमता वाले चार हाई–परफॉर्मेंस डाटा सेंटर्स होंगे। यह केंद्र एआई मॉडल ट्रेनिंग और डिप्लॉयमेंट जैसे भारी कंप्यूटिंग कार्यों के लिए उपयुक्त होगा। गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, मेटा और ओपनएआई जैसे तकनीकी दिग्गजों की भागीदारी की उम्मीद है।
भारत दुनिया के उन गिने-चुने देशों में शामिल होगा, जहां समर्पित एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर होगा, जिससे वैश्विक एआई मानचित्र पर भारत की पहचान मजबूत होगी।
आर्थिक और रोजगार के अवसर
SEZ ढांचे के तहत कर छूट और नीति लाभ मिलेंगे, जिससे नवाचार के लिए अनुकूल वातावरण तैयार होगा। साथ ही, यह परियोजना स्थानीय युवाओं के लिए वैश्विक स्तर के रोजगार के अवसर खोलेगी, विशेष रूप से कांकेर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बिलासपुर जैसे पिछड़े जिलों में रहने वाले युवाओं के लिए।
अब बेंगलुरु जैसे महानगरों में जाने की बजाय, युवा अपने ही राज्य में एआई, साइबर सुरक्षा और डाटा इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में उच्च वेतन वाली नौकरियाँ पा सकेंगे।
भविष्य की कार्यशक्ति के लिए प्रशिक्षण
इस परियोजना से जुड़े डेवलपर्स इंजीनियरिंग कॉलेजों, आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थानों के साथ साझेदारी कर रहे हैं। वे टेक इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुरूप प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाएंगे, जिससे छात्र केवल सैद्धांतिक ज्ञान नहीं बल्कि व्यावहारिक कौशल भी हासिल कर सकेंगे।
भारत को वैश्विक एआई दौड़ में अग्रणी बनाना
भारत अब केवल एआई सेवाओं का उपभोक्ता नहीं, बल्कि वैश्विक प्रदाता बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। यह SEZ भारत को एआई अनुसंधान, अनुप्रयोग और निर्यात में अग्रणी भूमिका निभाने का मंच देगा।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
परियोजना का नाम | भारत का पहला एआई स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन |
स्थान | नवा रायपुर, छत्तीसगढ़ |
निवेश राशि | ₹1000 करोड़ |
विकासकर्ता संस्था | रैकबैंक डाटा सेंटर्स प्रा. लि. |
कुल क्षेत्रफल | 6 एकड़ |
मुख्य अधोसंरचना | 1.5 लाख वर्ग फुट, 80 मेगावॉट क्षमता वाले 4 डाटा सेंटर्स |
नीति लाभ | SEZ अधिनियम 2005 के तहत कर छूट और व्यापारिक प्रोत्साहन |
रोजगार लाभ | छत्तीसगढ़ के आदिवासी और ग्रामीण युवाओं को ग्लोबल रोजगार अवसर |
कौशल विकास रणनीति | आईटीआई, पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेजों के साथ प्रशिक्षण भागीदारी |
राष्ट्रीय महत्व | भारत को वैश्विक एआई आपूर्तिकर्ता बनाने की दिशा में निर्णायक कदम |