अगस्त 3, 2025 5:38 अपराह्न

नवा रायपुर में भारत का पहला AI विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) बनेगा

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India’s First AI SEZ to Rise in Nava Raipur

भारत में एआई के नए युग की शुरुआत

भारत का पहला कृत्रिम बुद्धिमत्ता केंद्रित विशेष आर्थिक क्षेत्र (AI SEZ) अब छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना को रैकबैंक डाटा सेंटर्स प्राइवेट लिमिटेड विकसित कर रही है, जो कार्बनन्यूट्रल डेटा सेंटर्स के लिए जानी जाती है। लगभग ₹1,000 करोड़ के निवेश के साथ यह SEZ आधुनिक तकनीक के भविष्य की नींव रखेगा।

यह SEZ क्यों है खास

6 एकड़ में फैले इस ज़ोन में करीब 1.5 लाख वर्ग फुट की उन्नत अधोसंरचना तैयार की जाएगी, जिसमें 80 मेगावॉट क्षमता वाले चार हाईपरफॉर्मेंस डाटा सेंटर्स होंगे। यह केंद्र एआई मॉडल ट्रेनिंग और डिप्लॉयमेंट जैसे भारी कंप्यूटिंग कार्यों के लिए उपयुक्त होगा। गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, मेटा और ओपनएआई जैसे तकनीकी दिग्गजों की भागीदारी की उम्मीद है।

भारत दुनिया के उन गिने-चुने देशों में शामिल होगा, जहां समर्पित एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर होगा, जिससे वैश्विक एआई मानचित्र पर भारत की पहचान मजबूत होगी।

आर्थिक और रोजगार के अवसर

SEZ ढांचे के तहत कर छूट और नीति लाभ मिलेंगे, जिससे नवाचार के लिए अनुकूल वातावरण तैयार होगा। साथ ही, यह परियोजना स्थानीय युवाओं के लिए वैश्विक स्तर के रोजगार के अवसर खोलेगी, विशेष रूप से कांकेर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बिलासपुर जैसे पिछड़े जिलों में रहने वाले युवाओं के लिए।

अब बेंगलुरु जैसे महानगरों में जाने की बजाय, युवा अपने ही राज्य में एआई, साइबर सुरक्षा और डाटा इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में उच्च वेतन वाली नौकरियाँ पा सकेंगे।

भविष्य की कार्यशक्ति के लिए प्रशिक्षण

इस परियोजना से जुड़े डेवलपर्स इंजीनियरिंग कॉलेजों, आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थानों के साथ साझेदारी कर रहे हैं। वे टेक इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुरूप प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाएंगे, जिससे छात्र केवल सैद्धांतिक ज्ञान नहीं बल्कि व्यावहारिक कौशल भी हासिल कर सकेंगे।

भारत को वैश्विक एआई दौड़ में अग्रणी बनाना

भारत अब केवल एआई सेवाओं का उपभोक्ता नहीं, बल्कि वैश्विक प्रदाता बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। यह SEZ भारत को एआई अनुसंधान, अनुप्रयोग और निर्यात में अग्रणी भूमिका निभाने का मंच देगा।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
परियोजना का नाम भारत का पहला एआई स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन
स्थान नवा रायपुर, छत्तीसगढ़
निवेश राशि ₹1000 करोड़
विकासकर्ता संस्था रैकबैंक डाटा सेंटर्स प्रा. लि.
कुल क्षेत्रफल 6 एकड़
मुख्य अधोसंरचना 1.5 लाख वर्ग फुट, 80 मेगावॉट क्षमता वाले 4 डाटा सेंटर्स
नीति लाभ SEZ अधिनियम 2005 के तहत कर छूट और व्यापारिक प्रोत्साहन
रोजगार लाभ छत्तीसगढ़ के आदिवासी और ग्रामीण युवाओं को ग्लोबल रोजगार अवसर
कौशल विकास रणनीति आईटीआई, पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेजों के साथ प्रशिक्षण भागीदारी
राष्ट्रीय महत्व भारत को वैश्विक एआई आपूर्तिकर्ता बनाने की दिशा में निर्णायक कदम
India’s First AI SEZ to Rise in Nava Raipur
  1. भारत का पहला AI विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) नवा रायपुर, छत्तीसगढ़ में विकसित किया जा रहा है।
  2. AI SEZ का नेतृत्व रैकबैंक डेटासेंटर्स प्राइवेट लिमिटेड कर रहा है, जो कार्बन-न्यूट्रल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए जाना जाता है।
  3. इस परियोजना में ₹1,000 करोड़ का निवेश शामिल है, जो एक महत्वपूर्ण डिजिटल पहल है।
  4. यह 6 एकड़ में फैला है और इसमें5 लाख वर्ग फुट का आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल है।
  5. इस सुविधा में 80 मेगावाट क्षमता वाले 4 उच्च-प्रदर्शन डेटा सेंटर होंगे।
  6. ये केंद्र AI मॉडल प्रशिक्षण, परिनियोजन और शक्तिशाली कंप्यूटिंग कार्यों को सक्षम करेंगे।
  7. Google, Microsoft, Meta और OpenAI जैसे वैश्विक तकनीकी दिग्गजों के इसमें भाग लेने की उम्मीद है।
  8. यह SEZ, SEZ अधिनियम, 2005 के तहत संचालित होगा, जिससे कर लाभ और नीतिगत प्रोत्साहन सुनिश्चित होंगे।
  9. यह कदम भारत को समर्पित AI इंफ्रास्ट्रक्चर वाले कुछ देशों में शामिल करता है।
  10. यह परियोजना भारत के एआई अवसंरचना विकास 2025 विजन के अनुरूप है।
  11. कांकेर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बिलासपुर जैसे आदिवासी जिलों के युवाओं को नौकरियों का लाभ मिलेगा।
  12. यह स्थानीय एआई करियर का सृजन करके बेंगलुरु जैसे महानगरों की ओर पलायन को कम करेगा।
  13. फोकस क्षेत्रों में ग्रामीण युवाओं के लिए एआई, साइबर सुरक्षा और डेटा इंजीनियरिंग शामिल हैं।
  14. इंजीनियरिंग कॉलेजों, आईटीआई और पॉलिटेक्निकों के साथ कौशल साझेदारी बनाई जाएगी।
  15. उद्योग-संरेखित पाठ्यक्रम वास्तविक दुनिया, नौकरी के लिए तैयार कौशल सुनिश्चित करेंगे।
  16. यह परियोजना एआई समाधानों का वैश्विक आपूर्तिकर्ता बनने के भारत के लक्ष्य का समर्थन करती है।
  17. यह भारत को एआई सेवा उपभोक्ता से तकनीकी निर्यातक बनाने में मदद करती है।
  18. नवा रायपुर एसईजेड डिजिटल अवसंरचना-आधारित विकास का एक मॉडल है।
  19. यह सतत एआई विकास के हिस्से के रूप में हरित डेटा केंद्रों को बढ़ावा देता है।
  20. यह एसईजेड वैश्विक एआई दौड़ और डिजिटल अर्थव्यवस्था में भारत की स्थिति को मजबूत करता है।

Q1. नवा रायपुर में भारत का पहला AI-केंद्रित विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) विकसित कर रही कंपनी कौन-सी है?


Q2. नवा रायपुर में AI SEZ विकसित करने के लिए कितनी निवेश राशि की योजना है?


Q3. नवा रायपुर SEZ के भीतर AI डेटा सेंटर्स की योजना की गई विद्युत क्षमता क्या है?


Q4. कौन-सी प्रमुख वैश्विक टेक कंपनियाँ इस AI SEZ प्रोजेक्ट का हिस्सा बनने की उम्मीद हैं?


Q5. छत्तीसगढ़ के स्थानीय समुदायों के लिए इस AI SEZ की एक प्रमुख सामाजिक लाभ क्या है?


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