जुलाई 18, 2025 3:12 पूर्वाह्न

धरतीआबा जनभागीदारी अभियान से आदिवासी सशक्तिकरण को नई ऊर्जा

करेंट अफेयर्स: धरती आबा जनभागीदारी अभियान, आदिवासी सशक्तिकरण अभियान 2025, पीएम-जनमन, दजगुआ पहल, जनजातीय मामलों का मंत्रालय, पीवीटीजी कल्याण भारत, आदिवासी जिला संतृप्ति अभियान, जनजातीय गौरव वर्ष, ग्राम-स्तरीय कल्याण वितरण, आदिवासियों के लिए सरकारी योजनाएं

India’s Tribal Outreach Gets a Boost with DhartiAaba Janbhagidari Abhiyan

पूरे देश में आदिवासी आवाजों को सशक्त बनाना

धरतीआबा जनभागीदारी अभियान केवल एक सरकारी पहल नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय स्तर का प्रयास है, जिसका उद्देश्य है हर आदिवासी परिवार तक अधिकारपूर्वक लाभ पहुंचाना। यह अभियान 15 जून 2025 को जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया। यह 549 से अधिक आदिवासी जिलों और एक लाख गांवों तक फैला हुआ है, जिससे यह अब तक का सबसे विस्तृत आदिवासी सशक्तिकरण अभियान बन गया है।

देश के सुदूर कोनों तक सीधी पहुंच

इस अभियान की खासियत है इसका प्रभावी ढंग से गांवों तक पहुंचने वाला ढांचा। झारखंड के घने जंगलों से लेकर पूर्वोत्तर के दुर्गम पहाड़ी इलाकों तक, सरकार गांवस्तर पर शिविर लगाकर आधार पंजीकरण, आयुष्मान भारत कार्ड, जनधन खाते और पीएमकिसान पंजीकरण जैसी सुविधाएं घर के पास पहुंचा रही है।

अंतिम व्यक्ति तक सेवा – अंत्योदय की भावना

यह अभियान पंडित दीनदयाल उपाध्याय द्वारा प्रतिपादितअंत्योदय के सिद्धांत पर आधारित है। जिलाधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय नेताओं की मदद से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि छात्रवृत्ति, जीवन बीमा, पेंशन योजनाएं जैसी सेवाएं हर पात्र आदिवासी परिवार तक पहुंचें। यह प्रधानमंत्री मोदी केविकसित भारत के विजन को ज़मीनी स्तर पर साकार कर रहा है।

इस समय इसकी विशेषता क्यों है?

यह अभियान जनजातीय गौरव वर्ष के दौरान संचालित किया जा रहा है, जो भारत की आदिवासी विरासत को सम्मान देने का एक राष्ट्रीय उत्सव है। यह अभियान पीएमजनमान (जनजातीय न्याय महाभियान) और डाजगुआ (धरतीआबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान) जैसी योजनाओं से जुड़ा है, जिनका उद्देश्य विशेष रूप से दुर्बल जनजातीय समूहों (PVTGs) तक सेवाएं पहुंचाना है।

समावेशी विकास का राष्ट्रव्यापी मॉडल

शिविर आधारित रणनीति के ज़रिए अधिकारी हर आदिवासी बस्ती में जाकर सरकारी सेवाओं की प्रत्यक्ष और उत्तरदायी उपलब्धता सुनिश्चित करते हैं। पूर्व प्रचार अभियानों के माध्यम से समुदाय को जागरूक किया जाता है। यह एक व्यवहारिक और समन्वित मॉडल है जिसमें अनेक मंत्रालय मिलकर आदिवासी कल्याण के लिए एक साथ कार्य कर रहे हैं।

Static Usthadian Current Affairs Table

सारांश तत्व विवरण
अभियान का नाम धरतीआबा जनभागीदारी अभियान
शुरू होने की तारीख 15 जून 2025
किसने शुरू किया जनजातीय कार्य मंत्रालय
कवरेज 549 आदिवासी जिले, 207 पीवीटीजी-प्रधान जिले
कुल पहुँच 1 लाख से अधिक आदिवासी गांव/बस्तियां
मुख्य जुड़ी योजनाएं पीएम-जनमान, डाजगुआ, जनजातीय गौरव वर्ष
दी जा रही सेवाएं आधार, आयुष्मान भारत, जनधन, पीएम-किसान, पेंशन सेवाएं
सेवा वितरण रणनीति शिविर आधारित गांव-स्तरीय पहुंच
लक्षित समूह आदिवासी परिवार, पीवीटीजी समुदाय
प्रशासनिक सहयोग जिला अधिकारी, पंचायत संस्थाएं, सामुदायिक नेतृत्व
India’s Tribal Outreach Gets a Boost with DhartiAaba Janbhagidari Abhiyan
  1. धरतीआबा जनभागीदारी अभियान की शुरुआत 15 जून 2025 को जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा की गई।
  2. यह अभियान 549 जनजातीय जिलों और 1 लाख से अधिक जनजातीय गांवों को लक्षित करता है।
  3. इसका उद्देश्य आधार, आयुष्मान भारत, जन धन, और पीएमकिसान जैसी कल्याणकारी योजनाओं को गांव स्तर तक पहुंचाना है।
  4. यह पहल अंत्योदय सिद्धांत से प्रेरित है, जिससे अंतिम जनजातीय परिवार तक सेवाएं पहुंचे।
  5. अभियान को जनजातीय गौरव वर्ष के अंतर्गत चलाया जा रहा है, जो जनजातीय विरासत का उत्सव है।
  6. यह पीएमजनमन और दाजगुआ जैसी छतरी योजनाओं को पूरक करता है।
  7. 207 जिलों में विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (PVTGs) पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
  8. गांव स्तर पर कैंप लगाए जा रहे हैं ताकि दस्तावेज़ और योजनाएं आसानी से प्राप्त हों।
  9. यह अभियान सरकारी लाभों की डोरस्टेप डिलीवरी को बढ़ावा देता है।
  10. जिलाधिकारी, पंचायती राज संस्थाएं और सामुदायिक नेता मिलकर आउटरीच को सुचारु बनाते हैं।
  11. अभियान के तहत जनजातीय युवाओं को छात्रवृत्ति और जीवन बीमा का भी समर्थन मिलता है।
  12. यह प्रधानमंत्री मोदी के समावेशी सुशासन द्वारा विकसित भारत की दृष्टि को दर्शाता है।
  13. प्राकंप जागरूकता अभियान के ज़रिए ग्रामीणों की भागीदारी को बेहतर बनाया जा रहा है।
  14. यह एक कैंप आधारित प्रशासन मॉडल को प्रस्तुत करता है, जो जनजातीय क्षेत्रों के लिए अनुकूल है।
  15. यह पहल दुर्गम वनवासी और पहाड़ी इलाकों में अंतिम छोर तक सेवाएं पहुंचाने की क्षमता को मजबूत करती है।
  16. भारत में 700 से अधिक जनजातीय समुदाय हैं, जो 2011 की जनगणना के अनुसार6% जनसंख्या हैं।
  17. अंत्योदयशब्द की रचना पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने की थी।
  18. जनजातीय गौरव दिवस 15 नवंबर को मनाया जाता है, बिरसा मुंडा को सम्मानित करने हेतु।
  19. यह अभियान कई मंत्रालयों को एकजुट कर एकीकृत जनजातीय कल्याण कार्य को आगे बढ़ाता है।
  20. यह एक राष्ट्रीय स्तर पर आदर्श मॉडल प्रस्तुत करता है जो नींव से समावेशन और जवाबदेही को सुदृढ़ करता है।

Q1. 2025 में शुरू किए गए धरतीआबा जनभागीदारी अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?


Q2. धरतीआबा जनभागीदारी अभियान किस स्मृति वर्ष के दौरान लागू किया जा रहा है?


Q3. धरतीआबा जनभागीदारी अभियान को समर्थन देने वाली दो प्रमुख समेकित पहलें कौन-सी हैं?


Q4. इस अभियान की रणनीति के पीछे जमीनी स्तर पर कल्याण वितरण का मूल सिद्धांत क्या है?


Q5. निम्न में से कौन-सी सेवा गाँव-स्तरीय शिविरों के माध्यम से प्रदान की जाने वाली सेवाओं में स्पष्ट रूप से उल्लिखित नहीं है?


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