महिलाओं के लिए सुरक्षित सड़कों की दिशा में केंद्रित पहल
दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए ‘शिष्टाचार’ स्क्वाड शुरू करने का फैसला किया है, जिसे एंटी ईव–टीज़िंग स्क्वाड के रूप में भी जाना जाता है। इस पहल का उद्देश्य सड़क पर होने वाली छेड़खानी को रोकना और लैंगिक संवेदनशील पुलिसिंग के प्रति जनता का विश्वास बढ़ाना है। ‘शिष्टाचार’ शब्द का हिंदी अर्थ है ‘सभ्यता’ या ‘शालीनता’, जो इस कार्यक्रम के मकसद—सम्मानजनक सार्वजनिक व्यवहार सुनिश्चित करना—को दर्शाता है, बिना किसी नैतिक निर्णय या हस्तक्षेप के।
स्क्वाड की संरचना और नेतृत्व
‘शिष्टाचार’ स्क्वाड को अलग बनाता है इसका संगठित तैनाती ढांचा। दिल्ली के प्रत्येक जिले में एक स्क्वाड होगा, जिसकी नेतृत्व एक सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) करेंगे। यह वरिष्ठ स्तर पर जवाबदेही और दक्ष प्रबंधन सुनिश्चित करता है। स्क्वाड स्कूलों, कॉलेजों, बाजारों, बस स्टॉप और मेट्रो स्टेशनों जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में नियमित गश्त करेगा, जहाँ महिलाएं सार्वजनिक उत्पीड़न का सबसे अधिक सामना करती हैं।
कानून लागू करना, नैतिकता नहीं
इस पहल की सबसे अहम विशेषता है कि यह कानून के प्रवर्तन पर केंद्रित है, न कि व्यक्तिगत या सांस्कृतिक नैतिकता थोपने पर। ड्रेस कोड या आचरण पर नैतिक निर्णयों से बचते हुए, स्क्वाड का मकसद है स्टॉकिंग, मौखिक गाली, और धमकी जैसे अपराधों को रोकना। दिल्ली पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह पहल पारस्परिक सहमति या गैर–आक्रामक सार्वजनिक व्यवहार पर कोई रोक लगाने के लिए नहीं है।
लैंगिक न्याय की दिशा में एक कदम
यह पहल ऐसे समय आई है जब दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता चरम पर है। उच्च–प्रोफ़ाइल अपराधों से लेकर रोजमर्रा की घटनाओं तक, महिला उत्पीड़न के खिलाफ तेज़, प्रशिक्षित और ज़मीन पर मौजूद इकाइयों की मांग बढ़ती जा रही है। ‘शिष्टाचार’ स्क्वाड निरभया फंड के तहत सेफ सिटी मिशन जैसी राष्ट्रीय योजनाओं के अनुरूप, महिला–सुरक्षित शहरों के लक्ष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है।
STATIC GK SNAPSHOT
विषय | विवरण |
स्क्वाड का नाम | शिष्टाचार स्क्वाड (एंटी ईव-टीज़िंग स्क्वाड) |
लॉन्च संस्था | दिल्ली पुलिस |
उद्देश्य | महिलाओं की सुरक्षा, सड़क छेड़खानी की रोकथाम |
नेतृत्व | सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) |
कवरेज क्षेत्र | दिल्ली के सभी जिले |
नीति फ़ोकस | कानून प्रवर्तन, नैतिक निगरानी नहीं |
संबंधित सरकारी योजना | सेफ सिटी मिशन (निरभया फंड के अंतर्गत) |
परीक्षा में प्रासंगिकता | लैंगिक न्याय, सार्वजनिक सुरक्षा सुधार, शहरी पुलिस व्यवस्था |