भारतीय शहरों की वैश्विक छात्र रैंकिंग में उन्नति
QS बेस्ट स्टूडेंट सिटीज रैंकिंग 2026 में भारत की शिक्षा प्रणाली को बड़ी मान्यता मिली है, जहाँ दिल्ली को दुनिया की सबसे किफायती छात्र नगरी घोषित किया गया। इसके अलावा मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई की भी रैंकिंग में सुधार हुआ है, जो भारत को उच्च शिक्षा के आकर्षक केंद्र के रूप में दर्शाता है।
क्या मापता है QS रैंकिंग सूचकांक
क्वाक्वारेली सायमंड्स (QS) एक यूके आधारित वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषक है। इसकी रैंकिंग छह प्रमुख मानकों पर आधारित होती है: शैक्षणिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता गतिविधि, किफायत, छात्र अनुभव, आकर्षण और विविधता। affordability में दिल्ली की शीर्ष रैंकिंग भारत की अकादमिक ढांचे में हो रही वृद्धि का परिचायक है।
स्थैतिक जीके तथ्य: QS हर वर्ष वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग भी प्रकाशित करता है, जिसमें IIT बॉम्बे, IIT दिल्ली और IISc शामिल रहते हैं।
भारतीय महानगरों का शानदार प्रदर्शन
दिल्ली ने किफायत स्कोर में 96.5 हासिल कर विश्व में पहला स्थान प्राप्त किया। मुंबई ने फिर से शीर्ष 100 में प्रवेश किया और अब 98वें स्थान पर है। बेंगलुरु ने 22 स्थानों की छलांग लगाकर 108वां स्थान पाया, जबकि चेन्नई 140 से 128वें स्थान पर पहुंचा।
IIT बॉम्बे, IIT मद्रास, IISc बैंगलोर, दिल्ली विश्वविद्यालय जैसी संस्थाओं की गुणवत्ता में वृद्धि से भारत की वैश्विक छवि मजबूत हुई है।
स्थैतिक जीके टिप: IIT दिल्ली की स्थापना 1961 में हुई और यह एशिया के शीर्ष संस्थानों में गिना जाता है।
कम खर्च, ज़्यादा प्रभाव
भारत में रहन–सहन और शिक्षा का खर्च अमेरिका, यूके या ऑस्ट्रेलिया की तुलना में काफी कम है। QS के affordability स्कोर इसका प्रमाण हैं – दिल्ली (96.5), बेंगलुरु (84.3), चेन्नई (80.1) वैश्विक रूप से शीर्ष स्थानों पर हैं।
नियोक्ता गतिविधियों में भी सुधार हुआ है – दिल्ली और मुंबई शीर्ष 50, बेंगलुरु 59वें और चेन्नई 29 स्थान ऊपर बढ़े हैं, जो भारतीय ग्रेजुएट्स पर बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
एनईपी 2020 और नीति समर्थन
यह उपलब्धियाँ भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप हैं, जो उच्च शिक्षा का अंतरराष्ट्रीयकरण और शोध गुणवत्ता को बढ़ावा देती है। यह नीति स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम का भी समर्थन करती है, जो भारत को विदेशी छात्रों के लिए आकर्षक बनाती है।
स्थैतिक जीके तथ्य: NEP 2020, 1986 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रतिस्थापित करती है।
भारत का उभरता छात्र केंद्र स्वरूप
QS रैंकिंग में सुधार भारत को वैश्विक शिक्षा हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में संकेत देता है। affordability, शैक्षणिक प्रतिष्ठा और रोजगार में सुधार भारत को स्थानीय और विदेशी छात्रों दोनों के लिए आकर्षक बनाता है।
नीतिगत समर्थन, सार्वजनिक संस्थानों में निवेश और वैश्विक सहयोग के माध्यम से दिल्ली जैसे शहर भारत की अंतरराष्ट्रीय शिक्षा छवि को नया आकार देंगे।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
सबसे किफायती छात्र नगरी (2026) | दिल्ली (स्कोर: 96.5) |
QS रैंकिंग एजेंसी | क्वाक्वारेली सायमंड्स (यूके) |
शीर्ष 150 में भारतीय शहर | दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई |
QS रैंकिंग मानक | किफायत, अकादमिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता गतिविधि |
नियोक्ता गतिविधि में शीर्ष शहर | दिल्ली, मुंबई (शीर्ष 50 वैश्विक) |
NEP 2020 का लक्ष्य | उच्च शिक्षा का अंतरराष्ट्रीयकरण |
QS विश्व विश्वविद्यालय 2025 तथ्य | IIT दिल्ली ने 27 रैंक का सुधार किया |
स्टडी इन इंडिया पहल | विदेशी छात्र नामांकन को बढ़ावा देना |
दिल्ली के प्रमुख संस्थान | IIT दिल्ली, दिल्ली विश्वविद्यालय |
QS 2026 मुख्य विशेषता | चार भारतीय शहरों की रैंकिंग में सुधार |