जुलाई 19, 2025 11:36 अपराह्न

दिल्ली को दुनिया का सबसे किफ़ायती छात्र शहर घोषित किया गया

समसामयिक विषय: क्यूएस सर्वश्रेष्ठ छात्र शहर रैंकिंग 2026, दिल्ली, किफायती छात्र शहर, क्वाक्वेरेली साइमंड्स, एनईपी 2020, भारत में अध्ययन, आईआईटी दिल्ली, नियोक्ता गतिविधि, उच्च शिक्षा, अंतर्राष्ट्रीयकरण

Delhi Named World’s Most Affordable Student City

भारतीय शहरों की वैश्विक छात्र रैंकिंग में उन्नति

QS बेस्ट स्टूडेंट सिटीज रैंकिंग 2026 में भारत की शिक्षा प्रणाली को बड़ी मान्यता मिली है, जहाँ दिल्ली को दुनिया की सबसे किफायती छात्र नगरी घोषित किया गया। इसके अलावा मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई की भी रैंकिंग में सुधार हुआ है, जो भारत को उच्च शिक्षा के आकर्षक केंद्र के रूप में दर्शाता है।

क्या मापता है QS रैंकिंग सूचकांक

क्वाक्वारेली सायमंड्स (QS) एक यूके आधारित वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषक है। इसकी रैंकिंग छह प्रमुख मानकों पर आधारित होती है: शैक्षणिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता गतिविधि, किफायत, छात्र अनुभव, आकर्षण और विविधता। affordability में दिल्ली की शीर्ष रैंकिंग भारत की अकादमिक ढांचे में हो रही वृद्धि का परिचायक है।
स्थैतिक जीके तथ्य: QS हर वर्ष वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग भी प्रकाशित करता है, जिसमें IIT बॉम्बे, IIT दिल्ली और IISc शामिल रहते हैं।

भारतीय महानगरों का शानदार प्रदर्शन

दिल्ली ने किफायत स्कोर में 96.5 हासिल कर विश्व में पहला स्थान प्राप्त किया। मुंबई ने फिर से शीर्ष 100 में प्रवेश किया और अब 98वें स्थान पर है। बेंगलुरु ने 22 स्थानों की छलांग लगाकर 108वां स्थान पाया, जबकि चेन्नई 140 से 128वें स्थान पर पहुंचा।
IIT बॉम्बे, IIT मद्रास, IISc बैंगलोर, दिल्ली विश्वविद्यालय जैसी संस्थाओं की गुणवत्ता में वृद्धि से भारत की वैश्विक छवि मजबूत हुई है।
स्थैतिक जीके टिप: IIT दिल्ली की स्थापना 1961 में हुई और यह एशिया के शीर्ष संस्थानों में गिना जाता है।

कम खर्च, ज़्यादा प्रभाव

भारत में रहनसहन और शिक्षा का खर्च अमेरिका, यूके या ऑस्ट्रेलिया की तुलना में काफी कम है। QS के affordability स्कोर इसका प्रमाण हैं – दिल्ली (96.5), बेंगलुरु (84.3), चेन्नई (80.1) वैश्विक रूप से शीर्ष स्थानों पर हैं।
नियोक्ता गतिविधियों में भी सुधार हुआ है – दिल्ली और मुंबई शीर्ष 50, बेंगलुरु 59वें और चेन्नई 29 स्थान ऊपर बढ़े हैं, जो भारतीय ग्रेजुएट्स पर बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।

एनईपी 2020 और नीति समर्थन

यह उपलब्धियाँ भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप हैं, जो उच्च शिक्षा का अंतरराष्ट्रीयकरण और शोध गुणवत्ता को बढ़ावा देती है। यह नीति स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम का भी समर्थन करती है, जो भारत को विदेशी छात्रों के लिए आकर्षक बनाती है।
स्थैतिक जीके तथ्य: NEP 2020, 1986 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रतिस्थापित करती है।

भारत का उभरता छात्र केंद्र स्वरूप

QS रैंकिंग में सुधार भारत को वैश्विक शिक्षा हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में संकेत देता है। affordability, शैक्षणिक प्रतिष्ठा और रोजगार में सुधार भारत को स्थानीय और विदेशी छात्रों दोनों के लिए आकर्षक बनाता है।
नीतिगत समर्थन, सार्वजनिक संस्थानों में निवेश और वैश्विक सहयोग के माध्यम से दिल्ली जैसे शहर भारत की अंतरराष्ट्रीय शिक्षा छवि को नया आकार देंगे।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
सबसे किफायती छात्र नगरी (2026) दिल्ली (स्कोर: 96.5)
QS रैंकिंग एजेंसी क्वाक्वारेली सायमंड्स (यूके)
शीर्ष 150 में भारतीय शहर दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई
QS रैंकिंग मानक किफायत, अकादमिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता गतिविधि
नियोक्ता गतिविधि में शीर्ष शहर दिल्ली, मुंबई (शीर्ष 50 वैश्विक)
NEP 2020 का लक्ष्य उच्च शिक्षा का अंतरराष्ट्रीयकरण
QS विश्व विश्वविद्यालय 2025 तथ्य IIT दिल्ली ने 27 रैंक का सुधार किया
स्टडी इन इंडिया पहल विदेशी छात्र नामांकन को बढ़ावा देना
दिल्ली के प्रमुख संस्थान IIT दिल्ली, दिल्ली विश्वविद्यालय
QS 2026 मुख्य विशेषता चार भारतीय शहरों की रैंकिंग में सुधार
Delhi Named World’s Most Affordable Student City
  1. क्यूएस रैंकिंग 2026 में दिल्ली को दुनिया का सबसे किफ़ायती छात्र शहर माना गया है।
  2. क्यूएस शहरों का मूल्यांकन सामर्थ्य, नियोक्ता गतिविधि और छात्र अनुभव के आधार पर करता है।
  3. आईआईटी दिल्ली, डीयू और एनईपी 2020 सुधारों ने दिल्ली के आकर्षण को बढ़ाया है।
  4. दिल्ली ने सामर्थ्य में5 अंक प्राप्त किए, जो विश्व स्तर पर सर्वोच्च है।
  5. मुंबई, बेंगलुरु और चेन्नई ने भी अपनी क्यूएस रैंकिंग में सुधार किया है।
  6. क्यूएस रैंकिंग यूके के क्वाक्वेरेली साइमंड्स द्वारा जारी की जाती है।
  7. भारत में शिक्षा की लागत अमेरिका, यूके और ऑस्ट्रेलिया से कम है।
  8. भारतीय शहरों के लिए नियोक्ता गतिविधि स्कोर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
  9. एनईपी 2020 शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण को बढ़ावा देता है।
  10. स्टडी इन इंडिया पहल विदेशी छात्रों के नामांकन का समर्थन करती है।
  11. आईआईटी दिल्ली क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में 27 स्थान ऊपर चढ़ा।
  12. बेंगलुरु और चेन्नई ने मजबूत बढ़त दर्ज की।
  13. वैश्विक छात्रों द्वारा भारतीय महानगरों को चुनने का प्रमुख कारण सामर्थ्य है।
  14. दिल्ली और मुंबई अब नियोक्ता गतिविधि के लिए वैश्विक स्तर पर शीर्ष 50 में हैं।
  15. भारतीय विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक प्रतिष्ठा वैश्विक स्तर पर सुधर रही है।
  16. सार्वजनिक निवेश और नीतिगत सुधारों ने इस वृद्धि को समर्थन दिया।
  17. भारत के शहरों को भविष्य के शिक्षा केंद्रों के रूप में देखा जा रहा है।
  18. छात्र मिश्रण और वांछनीयता भी क्यूएस रैंकिंग कारक हैं।
  19. बढ़ते वैश्विक सहयोग भारत को एक आकर्षक अध्ययन गंतव्य बना रहे हैं।
  20. दिल्ली की रैंकिंग भारत की बढ़ती उच्च शिक्षा शक्ति को दर्शाती है।

Q1. QS बेस्ट स्टूडेंट सिटीज़ रैंकिंग्स किस संस्था द्वारा प्रकाशित की जाती है?


Q2. 2026 की वैश्विक रैंकिंग में सबसे अधिक सस्ती (affordable) भारतीय शहर कौन-सा रहा?


Q3. भारत में शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण (internationalisation) को बढ़ावा देने वाली नीति कौन-सी है?


Q4. भारत को वैश्विक शिक्षा गंतव्य (education destination) के रूप में प्रचारित करने वाली योजना कौन-सी है?


Q5. QS Best Student Cities 2026 में बेंगलुरु की रैंकिंग क्या रही?


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