भारत में खनन क्षेत्र को मिला सबसे ऊंचा सम्मान
भारत में पहली बार तीन खदानों को सेवन–स्टार रेटिंग से सम्मानित किया गया है, जो देश के सुरक्षित, पारदर्शी और पर्यावरण–जागरूक खनन प्रयासों को दर्शाता है। खनन मंत्रालय द्वारा प्रदत्त इस मान्यता से खनन उद्योग में सतत विकास की प्राथमिकता को बल मिला है।
सेवन-स्टार रेटिंग का अर्थ
सेवन–स्टार रेटिंग खनन मंत्रालय की स्टार रेटिंग योजना के तहत सर्वोच्च स्तर की मान्यता है। यह केवल उन्हीं खदानों को मिलती है जो लगातार पांच वर्षों तक फाइव–स्टार रेटिंग प्राप्त करती हैं और दो–स्तरीय मूल्यांकन (स्व-मूल्यांकन व IBM द्वारा सत्यापन) में सफल होती हैं।
Static GK Fact: स्टार रेटिंग योजना की शुरुआत 2014–15 में सतत विकास ढांचे (SDF) के अंतर्गत हुई थी।
मूल्यांकन के प्रमुख मानदंड
फाइव-स्टार प्राप्त करने के लिए खदानों को चार क्षेत्रों में 90% से अधिक अंक प्राप्त करने होते हैं:
- पर्यावरण प्रबंधन
- खदान बंद करने की योजना
- स्थानीय समुदायों का कल्याण
- संचालन में पारदर्शिता
सेवन-स्टार उन्हीं खदानों को दी जाती है जो लगातार उत्कृष्टता बनाए रखती हैं।
2025 में सेवन-स्टार पाने वाली खदानें
तीन खदानों को यह सम्मान प्राप्त हुआ:
- अल्ट्राटेक सीमेंट की नौकारी चूना पत्थर खदान (भारत की पहली चूना पत्थर खदान जिसे यह रेटिंग मिली)
- टाटा स्टील की नोआमुंडी लौह अयस्क खदान
- सांडूर मैंगनीज एंड आयरन ओर लिमिटेड की कम्मथारू खदान
नौकारी खदान को शून्य–अपशिष्ट खनन और संसाधन सुधार के लिए सराहा गया है, जहाँ लाइम स्लज और पेपर मिल रेसिड्यू का पुनः उपयोग कर खदान की आयु बढ़ाई गई है।
सामाजिक और पर्यावरणीय पहलों की मिसाल
नौकारी खदान की धरण्या कन्या योजना के तहत महिलाओं को भारी मशीनें चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है — यह खनन क्षेत्र में दुर्लभ पहल है। इसके अलावा, इस खदान में फ्लोटिंग सोलर पैनल और वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम जैसे तकनीकी नवाचार अपनाए गए हैं जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आती है।
Static GK Tip: भारतीय खान ब्यूरो (IBM) की स्थापना 1948 में हुई थी और इसका मुख्यालय नागपुर में स्थित है।
स्टार रेटिंग योजना का व्यापक प्रभाव
स्टार रेटिंग ढांचे से देश भर की खदानों में सकारात्मक प्रतिस्पर्धा उत्पन्न हुई है, जिससे वे बेहतर पर्यावरणीय प्रथाओं और सामाजिक जिम्मेदारियों को अपनाने लगी हैं। यह योजना भारत को उत्तरदायी खनिज प्रबंधन के पथ पर ले जा रही है।
उद्योग स्तर पर प्रगति
2023–24 में कुल 98 खदानों को मान्यता मिली, जिनमें 95 ने फाइव–स्टार रेटिंग हासिल की। लगातार दूसरे वर्ष अल्ट्राटेक सीमेंट ने सर्वाधिक फाइव–स्टार खदानों का नेतृत्व किया, जिसमें बॉक्साइट, लौह अयस्क और चूना पत्थर खनन शामिल हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table (हिंदी संस्करण)
विषय | विवरण |
स्टार रेटिंग योजना की शुरुआत | 2014–15 में खनन मंत्रालय द्वारा |
सेवन-स्टार मानदंड | लगातार 5 फाइव-स्टार रेटिंग + दो-स्तरीय मूल्यांकन |
मूल्यांकन निकाय | भारतीय खान ब्यूरो (IBM) |
IBM मुख्यालय | नागपुर |
2025 सेवन-स्टार खदानें | नौकारी (अल्ट्राटेक), नोआमुंडी (टाटा), कम्मथारू (सांडूर) |
पहली चूना पत्थर सेवन-स्टार खदान | नौकारी खदान |
प्रमुख सामाजिक पहल | धरण्या कन्या योजना |
पर्यावरण नवाचार | फ्लोटिंग सोलर पैनल, अपशिष्ट पुनः उपयोग |
2023–24 में कुल मान्य खदानें | 98 (95 फाइव-स्टार) |
फाइव-स्टार रेटिंग में अग्रणी | अल्ट्राटेक सीमेंट |