बीज संरक्षक को समर्पित राजकीय श्रद्धांजलि
तमिलनाडु सरकार ने घोषणा की है कि देशी धान बीजों के संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले नेल जयारामन की प्रतिमा जल्द ही तिरुवरूर जिले के तिरुत्तुरैपुंडी में स्थापित की जाएगी। यह निर्णय उनके प्राकृतिक खेती और पारंपरिक बीज संरक्षण में दिए गए योगदान के लिए आधिकारिक सम्मान के रूप में देखा जा रहा है।
कृषि विरासत को सहेजने की सरकारी पहल
इस विशेष परियोजना का नेतृत्व राज्य कृषि विभाग कर रहा है। इसका उद्देश्य वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को पारंपरिक खेती के ज्ञान से जोड़ना और बीज संरक्षण की प्रेरणा देना है।
Static GK तथ्य: कावेरी डेल्टा, जहां तिरुत्तुरैपुंडी स्थित है, भारत के सबसे उपजाऊ धान उत्पादक क्षेत्रों में से एक है।
संरक्षण को समर्पित एक जीवन
जैविक खेती के अग्रणी नम्मालवार से प्रेरणा लेकर, नेल जयारामन ने 2000 के दशक में बीज संरक्षण आंदोलन की शुरुआत की। उन्होंने ‘नेल तिरुविझा’ जैसे धान बीज मेलों के माध्यम से किसानों को एक मंच प्रदान किया, जहां रासायनिक रहित पारंपरिक बीजों का आदान-प्रदान होता था।
इन कार्यक्रमों से किसान-आधारित नेटवर्क का निर्माण हुआ, जिसने पोषणयुक्त और जलवायु-उपयुक्त देशी किस्मों को लोकप्रिय किया।
Static GK तथ्य: तमिलनाडु भारत में प्राकृतिक एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने वाला प्रमुख राज्य है।
भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत
निर्माणाधीन यह प्रतिमा केवल एक स्मारक नहीं, बल्कि यह संदेश देती है कि किसान भी नवाचार के नेतृत्वकर्ता हो सकते हैं। यह कृषि क्षेत्र में जैव विविधता की रक्षा करने वालों के लिए स्थायी सम्मान का प्रतीक बनेगी।
राज्य सरकार जयारामन के कार्यों को शैक्षणिक पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल करने की भी योजना बना रही है।
राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त योगदान
2018 में निधन से पहले नेल जयारामन को देशी पौध प्रजातियों के संरक्षण हेतु भारत सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा प्लांट जीनोम सेवियर अवार्ड प्रदान किया गया था।
उनका आंदोलन अब भी किसान समूहों और पारंपरिक बीज सहेजने वाली पहलों के माध्यम से दक्षिण भारत में जारी है।
Static GK टिप: Plant Genome Saviour Award भारत में पौध प्रजातियों और किसानों के अधिकार संरक्षण प्राधिकरण (PPV&FRA) द्वारा दिया जाता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
प्रतिमा स्थान | तिरुत्तुरैपुंडी, तिरुवरूर जिला |
सम्मानित व्यक्ति | नेल जयारामन |
प्रमुख योगदान | 174 पारंपरिक धान किस्मों का पुनरुद्धार |
संलग्न विभाग | तमिलनाडु कृषि विभाग |
प्रेरणास्रोत | नम्मालवार |
प्रमुख आंदोलन | नेल तिरुविझा (धान बीज महोत्सव) |
प्राप्त सम्मान | प्लांट जीनोम सेवियर अवार्ड (2015) |
क्षेत्रीय महत्व | कावेरी डेल्टा – तमिलनाडु का धान कटोरा |
प्रचारित कृषि पद्धति | जैविक खेती, SRI पद्धति |
विरासत प्रयास | बीज बैंक, पाठ्यक्रम समावेशन, किसान जागरूकता |