बेहतर स्थानीय प्रशासन के लिए बड़ी पहल
बढ़ती जनसंख्या और शहरी विस्तार को ध्यान में रखते हुए, तमिलनाडु सरकार ने 50 नए फिर्का और 25 नए राजस्व गांवों के निर्माण की घोषणा की है। ये इकाइयाँ मुख्यतः चेन्नई, चेंगलपट्टू, तिरुवल्लूर और कांचीपुरम जिलों में स्थापित की जाएंगी। प्रत्येक फिर्का की निगरानी एक राजस्व निरीक्षक द्वारा की जाएगी, जो क्षेत्रीय भूमि प्रबंधन और प्रशासनिक कार्यों की देखरेख करेंगे।
तेजी से बढ़ते जिलों पर विशेष ध्यान
केवल चेन्नई जिले में ही 14 नए फिर्का बनाए जाएंगे, जो शहर के तेजी से फैलाव और प्रशासनिक विकेन्द्रीकरण की आवश्यकता को दर्शाते हैं। चेंगलपट्टू (4), तिरुवल्लूर (2), और कांचीपुरम (2) जैसे जिले भी इससे लाभान्वित होंगे। इसी तरह, मदुरै को 7 और सेलम को 4 नए फिर्का दिए जाएंगे, जो उनके शहरीकरण और प्रशासनिक विस्तार को दर्शाते हैं।
छोटे शहरों को भी मिला स्थान
राज्य सरकार ने छोटे लेकिन प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शहरों को भी इस योजना में शामिल किया है। तूतीकोरिन, तिरुवन्नामलाई, इरोड, तिरुपत्तूर, डिंडीगुल, cuddalore, तंजावुर, तिरुप्पुर और विल्लुपुरम जिलों को प्रत्येक को 1 नया फिर्का दिया गया है, जिससे राजस्व प्रशासन और सार्वजनिक सेवा वितरण में सुधार की उम्मीद है।
नए राजस्व गांवों की स्थापना
फिर्का पुनर्गठन के साथ-साथ, सरकार ने 25 नए राजस्व गांव भी स्थापित करने का निर्णय लिया है, जिनमें प्रमुख जिले चेंगलपट्टू, तिरुचिरापल्ली और मदुरै शामिल हैं। राजस्व गांव भूमि अभिलेख और ग्रामीण विकास की मूल इकाइयाँ होते हैं। इनकी स्थापना से ग्रामीण और अर्ध–शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक सेवाओं की बेहतर पहुंच सुनिश्चित होगी।
Static GK Snapshot
पहलु | विवरण |
पहले कुल फिर्का (तमिलनाडु) | 1,197 |
वर्तमान कुल राजस्व गांव | 16,744 |
नए फिर्का जोड़े गए | 50 |
चेन्नई | 14 नए फिर्का |
चेंगलपट्टू | 4 नए फिर्का + नए राजस्व गांव |
मदुरै | 7 नए फिर्का + नए राजस्व गांव |
सेलम | 4 नए फिर्का |
अन्य जिले | प्रत्येक को 1 फिर्का (तूतीकोरिन, डिंडीगुल, आदि) |
नए राजस्व गांव | 25 (चेंगलपट्टू, तिरुचि, मदुरै, आदि) |
फिर्का का प्रशासनिक प्रमुख | राजस्व निरीक्षक |
उद्देश्य | जनसंख्या आधारित स्थानीय प्रशासन को सशक्त बनाना |