तमिलनाडु में मंदिर भूमि को मिली आधिकारिक मान्यता
तमिलनाडु के मंदिर प्रशासन में हाल ही में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की गई है। राज्य के हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्त (HR&CE) विभाग द्वारा शासित मंदिरों की 2,00,001 एकड़ भूमि को चिन्हित करने के लिए सीमा पत्थर (boundary stone) स्थापित किया गया। यह प्रतीकात्मक कदम श्रीपेरुंबुदूर के पास उठाया गया, जो यह दर्शाता है कि राज्य सरकार अब मंदिर संपत्तियों की रक्षा को कानूनी रूप से सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
तमिलनाडु में हजारों मंदिर हैं जिनकी भूमियाँ वर्षों तक बिना सीमांकन या अपर्याप्त दस्तावेजों के रही हैं। ये संपत्तियाँ न केवल धार्मिक गतिविधियों के लिए, बल्कि अनुष्ठानों, उत्सवों और रखरखाव के खर्चों को पूरा करने के लिए आय का प्रमुख स्रोत भी हैं।
2012 में शुरू हुई परियोजना को अब मिली स्थायी प्रगति
HR&CE के अधीन मंदिरों की भूमि की पहचान और सीमांकन की प्रक्रिया 8 सितंबर 2012 को चेन्नई के कपालीश्वरर मंदिर से शुरू हुई थी। इस कदम का उद्देश्य मंदिर संपत्ति को अतिक्रमण और कानूनी विवादों से बचाना था।
25 जनवरी 2023 को इस परियोजना ने 1,00,001 एकड़ का मील का पत्थर पार किया, जब तिरुवल्लूर के पेरियापालयम में श्री भुवानी अम्मन मंदिर की भूमि पर स्मारक पत्थर स्थापित किया गया था। और अब, श्रीपेरुंबुदूर में 2,00,001 एकड़ का चिन्हन एक ऐतिहासिक क्षण बन गया है।
पारदर्शिता और कानूनी सुरक्षा की दिशा में कदम
सीमा पत्थरों के ज़रिए इन भूमि क्षेत्रों को चिह्नित करने से कई लाभ होते हैं। यह भूमि के स्वामित्व को सार्वजनिक रूप से स्पष्ट करता है और अतिक्रमण या अवैध बिक्री/पट्टे से सुरक्षा देता है। यदि किसी भूमि पर सीमा चिन्ह स्थापित हो चुका हो, तो कानूनी कार्रवाई तेज़ी से की जा सकती है।
इसके अलावा, यह प्रक्रिया मंदिर प्रशासन में रिकॉर्ड प्रबंधन और किराया संग्रह को भी सशक्त बनाती है, जहाँ अक्सर पारदर्शिता की कमी की शिकायतें आती रही हैं।
HR&CE विभाग और मंदिर भूमि से जुड़ी स्थैतिक जानकारी
तमिलनाडु का HR&CE विभाग भारत के सबसे पुराने धार्मिक प्रशासनिक निकायों में से एक है। यह विभाग 44,000 से अधिक मंदिरों का प्रबंधन करता है, जिनमें मदुरै मीनाक्षी मंदिर, रामेश्वरम रामनाथस्वामी मंदिर और तिरुवन्नामलई अरुणाचलेश्वरर मंदिर जैसे प्रमुख तीर्थस्थल शामिल हैं।
2 लाख एकड़ से अधिक भूमि का सीमांकन मंदिरों की धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक भूमिका को सुरक्षित रखने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
Static Usthadian Current Affairs Table
प्रमुख जानकारी | विवरण |
संबंधित विभाग | हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्त (HR&CE), तमिलनाडु |
कुल सीमांकित मंदिर भूमि | 2,00,001 एकड़ |
पहला सीमांकन | 8 सितंबर 2012 – कपालीश्वरर मंदिर, चेन्नई |
1,00,001 एकड़ का पत्थर स्थान | श्री भुवानी अम्मन मंदिर, पेरियापालयम (25 जनवरी 2023) |
2,00,001 एकड़ का पत्थर स्थान | श्रीपेरुंबुदूर के पास |
सीमांकन का उद्देश्य | कानूनी सुरक्षा, अतिक्रमण रोकथाम, पारदर्शी रिकॉर्ड प्रबंधन |
HR&CE के अधीन कुल मंदिर | 44,000+ |
प्रमुख मंदिर | मीनाक्षी मंदिर, रामेश्वरम, तिरुवन्नामलई |