बाल मृत्यु दर में ऐतिहासिक गिरावट
तमिलनाडु ने सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। राज्य की पाँच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर 2022–23 में प्रति 1,000 जीवित जन्मों पर 10.9 से घटकर 2024–25 में सिर्फ 8.2 हो गई है। यह तेज़ गिरावट राज्य सरकार की लक्ष्य आधारित योजनाओं, स्वास्थ्य निगरानी और पोषण पहलों की सफलता को दर्शाती है। यह इस बात का संकेत है कि अब पहले की तुलना में कम बच्चे पाँच साल की उम्र से पहले मर रहे हैं — जो परिवारों और नीति निर्माताओं के लिए एक बड़ी राहत है।
पाँच वर्ष से कम आयु की मृत्यु दर क्या होती है?
Under-Five Mortality Rate (U5MR) एक अहम स्वास्थ्य संकेतक है, जो यह बताता है कि हर 1,000 जीवित जन्मों पर पाँच साल की उम्र से पहले कितने बच्चों की मृत्यु होती है। यह दर इस बात का संकेत देती है कि राज्य या देश स्वास्थ्य सेवाओं, पोषण, टीकाकरण और जीवन स्तर के मामले में कितना सक्षम है। दर जितनी कम होगी, स्वास्थ्य प्रणाली उतनी ही मजबूत मानी जाती है।
तमिलनाडु की रणनीति: पोषण को प्राथमिकता
राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई “उत्तथाई ” योजना इस गिरावट का एक प्रमुख कारण है। इसके अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्रों में नियमित स्वास्थ्य जांच के ज़रिए कुपोषित बच्चों की पहचान की जाती है। फिर उन्हें अतिरिक्त पोषण, चिकित्सकीय देखभाल और फॉलो–अप सेवाएं प्रदान की जाती हैं। यह योजना समय रहते बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार करती है, जिससे गंभीर स्थिति आने से पहले ही समाधान हो जाता है।
ICDS और सामुदायिक भागीदारी
एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS) योजना, जिसे केंद्र सरकार ने शुरू किया था, तमिलनाडु में सफलतापूर्वक लागू की जा रही है। इसके अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों को पूरक पोषण, स्वास्थ्य जांच और पूर्व–प्राथमिक शिक्षा दी जाती है। माताओं को भी स्वच्छता, स्तनपान और पोषण के प्रति जागरूक किया जाता है। इन केंद्रों की गतिविधियाँ विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मददगार हैं।
अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा
तमिलनाडु की यह उपलब्धि केवल एक आँकड़ा नहीं है, बल्कि यह दर्शाती है कि यदि योजनाएं जमीनी स्तर पर सही तरीके से लागू की जाएं, तो बच्चों की मृत्यु दर में तेजी से गिरावट संभव है। भारत के कई राज्यों में अभी भी यह दर अधिक है, लेकिन तमिलनाडु का मॉडल राजनीतिक इच्छाशक्ति, फंडिंग और सामुदायिक भागीदारी के ज़रिए सफलता का मार्ग दिखाता है।
STATIC GK SNAPSHOT
सूचकांक | विवरण |
पाँच वर्ष से कम आयु की मृत्यु दर (2024–25) | 8.2 प्रति 1,000 जीवित जन्म (तमिलनाडु) |
पिछली दर (2022–23) | 10.9 प्रति 1,000 जीवित जन्म |
प्रमुख योजना | उत्तथाई (कुपोषण की शीघ्र पहचान हेतु) |
सहायक कार्यक्रम | ICDS (एकीकृत बाल विकास सेवा) |
कार्यान्वयन केंद्र | आंगनवाड़ी केंद्र |
उद्देश्य | स्वास्थ्य जांच, पोषण और पूर्व-प्राथमिक शिक्षा |