नागम ऐप से आम जनता और रेस्क्यूअर के बीच पुल
16 जुलाई 2025 को, वर्ल्ड स्नेक डे के अवसर पर, तमिलनाडु वन विभाग ने गिंडी स्थित चिल्ड्रन्स पार्क, चेन्नई में “नागम ऐप“ लॉन्च किया। यह मोबाइल ऐप आम नागरिकों को साँप देखे जाने पर तेज़ और सुरक्षित रिपोर्टिंग की सुविधा देता है। ऐप पर रिपोर्ट मिलते ही प्रशिक्षित साँप बचावकर्मी घटनास्थल पर भेजे जाते हैं, जिससे मानव सुरक्षा और साँपों का संरक्षण सुनिश्चित होता है।
इस ऐप में सभी मामलों का डेटाबेस भी तैयार किया जा रहा है, जिससे पर्यावरणीय निगरानी में मदद मिलती है।
बचावकर्मियों के लिए संरचित प्रशिक्षण कार्यक्रम
नागम ऐप के साथ-साथ, वन विभाग ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की भी शुरुआत की, जिसमें साँप पकड़ने के नैतिक और वैज्ञानिक तरीके, सुरक्षा मानक, और जनजागरूकता पर विशेष ध्यान दिया गया। इसी अवसर पर “कॉमन स्नेक्स ऑफ तमिलनाडु” नामक एक बुकलेट भी जारी की गई, जिसमें राज्य में पाई जाने वाली प्रमुख साँप प्रजातियों की तस्वीरें और त्वरित तथ्य शामिल हैं।
Static GK fact: भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत साँपों की हत्या या अवैध पकड़ प्रतिबंधित है।
इरुलर जनजाति के योगदान को पहचान
इरुलर जनजाति के दो प्रमुख सदस्यों – वडिवेल गोपाल और मासी सथायन – को उनके जीवनपर्यंत योगदान के लिए सम्मानित किया गया। दोनों को पद्मश्री पुरस्कार से नवाज़ा जा चुका है। इनके पारंपरिक ज्ञान और नैतिक साँप पकड़ने के तरीकों ने भारत में वन्यजीव संरक्षण को नई दिशा दी है।
Static GK Tip: इरुलर समुदाय भारत के सबसे पारंपरिक और कुशल साँप पकड़ने वाले समुदायों में से एक है, जो तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में सक्रिय है।
तमिलनाडु की साँप विविधता
तमिलनाडु में 142 प्रकार की साँप प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें ज़हरीले और गैर-ज़हरीले दोनों शामिल हैं। इनमें शामिल हैं:
भारतीय कोबरा, रसेल्स वाइपर, कॉमन क्रेट और सॉ–स्केल्ड वाइपर, जो भारत के ‘बिग फोर’ विषैले साँपों का हिस्सा हैं।
नागम ऐप एक शैक्षिक उपकरण की तरह भी कार्य करता है, जिससे उपयोगकर्ता स्थानीय साँप प्रजातियों को पहचान सकें और अनावश्यक घबराहट से बच सकें।
Static GK fact: भारत में अधिकतर साँप काटने की घटनाओं में ‘बिग फोर’ विषैले साँप जिम्मेदार होते हैं।
तकनीक और पारंपरिक ज्ञान का समन्वय
नागम ऐप वन्यजीवों के साथ सह–अस्तित्व, नैतिक व्यवहार, और वैज्ञानिक बचाव प्रयासों को बढ़ावा देता है। यह एक ऐसा नवाचार मॉडल है जिसमें सरकार, जनजातीय अनुभव और तकनीकी समाधान मिलकर जैव विविधता की रक्षा करते हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
लॉन्च की तारीख | 16 जुलाई 2025 (वर्ल्ड स्नेक डे) |
स्थान | चिल्ड्रन पार्क, गिंडी, चेन्नई |
ऐप का नाम | नागम ऐप |
मुख्य कार्य | साँप देखे जाने की रिपोर्टिंग और बचावकर्मी भेजना |
जारी बुकलेट | कॉमन स्नेक्स ऑफ तमिलनाडु |
प्रशिक्षण | साँप बचावकर्मियों के लिए संरचित प्रशिक्षण |
साँपों की विविधता | तमिलनाडु में 142 प्रजातियाँ |
सम्मानित व्यक्ति | वडिवेल गोपाल, मासी सथायन (इरुलर जनजाति) |
मान्यता | पद्मश्री पुरस्कार |
वन्यजीव कानून | भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 |