दलित आवाज़ को दी गई ऐतिहासिक श्रद्धांजलि
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने हाल ही में चिदंबरम में एल. एलायापेरुमल की प्रतिमा और स्मारक का उद्घाटन किया। एलायापेरुमल को अनुसूचित जातियों के अधिकारों के पैरोकार और सामाजिक न्याय के संघर्ष में अग्रणी नेता के रूप में जाना जाता है।
उनका जन्म कुड्डालोर जिले के थेम्मूर गांव में हुआ था, और वे हाशिये पर रह रहे समुदायों के उत्थान के लिए नीतिगत कार्यों में अग्रणी रहे।
युवावस्था में राष्ट्रीय नेतृत्व
सिर्फ 41 वर्ष की उम्र में, एलायापेरुमल को 1965 में एक ऐतिहासिक राष्ट्रीय समिति का अध्यक्ष बनाया गया। यह स्वतंत्र भारत की पहली समिति थी, जिसका उद्देश्य अनुसूचित जातियों के समक्ष मौजूद भेदभाव और संसाधनों की अनुपलब्धता जैसी चुनौतियों का अध्ययन करना था।
आठ-सदस्यीय यह समिति पूरे भारत में यात्रा कर 1969 में एक विस्तृत रिपोर्ट लेकर आई, जिसने समावेशी समाज की कमजोरियों को उजागर किया।
Static GK तथ्य: यह 1947 के बाद भारत में जाति आधारित असमानता पर पहला राष्ट्रीय अध्ययन था।
मंदिर प्रबंधन में सुधार की नींव
एलायापेरुमल समिति की सिफारिशों के आधार पर तमिलनाडु के हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्त अधिनियम (HR&CE Act) में 1970 में संशोधन किया गया।
इससे अनुसूचित जातियों को मंदिरों और धार्मिक संस्थानों के प्रशासन में भागीदारी का अवसर मिला।
Static GK तथ्य: HR&CE अधिनियम के अंतर्गत तमिलनाडु के 36,000 से अधिक मंदिरों और संस्थानों का प्रबंधन होता है।
राजनीतिक योगदान और सम्मान
एलायापेरुमल ने 1952 में चिदंबरम (आरक्षित) से कांग्रेस सांसद के रूप में संसद में प्रवेश किया। केवल 27 वर्ष की आयु में चुने गए वे उस समय के सबसे युवा सांसदों में से एक थे।
हालांकि उनकी सिफारिशें केंद्र स्तर पर पूरी तरह लागू नहीं हो पाईं, लेकिन वे आज भी समावेशी नीतियों के लिए संदर्भ बिंदु मानी जाती हैं।
1998 में, DMK सरकार ने उन्हें पहला अन्नाल आंबेडकर पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
Static GK टिप: यह पुरस्कार तमिलनाडु सरकार द्वारा सामाजिक सशक्तिकरण में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है।
पत्थर में दर्ज हो रही विरासत
एलायापेरुमल का निधन 9 सितंबर 2005 को हुआ। चिदंबरम में उनकी नई प्रतिमा और स्मारक उनके योगदान को स्थायी स्मृति में बदल देती है।
उनका जीवन संवैधानिक अधिकारों, न्याय और प्रतिनिधित्व पर आधारित प्रगतिशील नेतृत्व का प्रतीक बना रहेगा।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
सम्मानित नेता | एल. एलायापेरुमल |
जन्मस्थान | थेम्मूर, कुड्डालोर जिला |
जन्मतिथि | 26 जून 1924 |
संसद में चुने गए | चिदंबरम (आरक्षित) से, 1952 |
अध्यक्षता की गई समिति | अस्पृश्यता और एससी कल्याण समिति, 1965 |
रिपोर्ट प्रस्तुति वर्ष | 1969 |
प्रमुख विधायी प्रभाव | HR&CE अधिनियम संशोधन, 1970 |
समिति अध्यक्ष बनने की आयु | 41 वर्ष |
राज्य स्तर पर मिला सम्मान | पहला अन्नाल आंबेडकर पुरस्कार (1998) |
निधन की तिथि | 9 सितंबर 2005 |