बढ़ते आंकड़े: तमिलनाडु में जाति आधारित हिंसा
तमिलनाडु में अनुसूचित जातियों (SC) और अनुसूचित जनजातियों (ST) के खिलाफ अपराधों में 2020 से 2022 के बीच लगातार वृद्धि देखी गई है। यह एक राष्ट्रीय प्रवृत्ति का हिस्सा है, जहाँ भारत के कई राज्यों में जाति आधारित अपराधों की संख्या बढ़ती जा रही है।
2020 में तमिलनाडु में SC के खिलाफ 1,274 मामले दर्ज हुए। 2021 में यह बढ़कर 1,377 हो गए और 2022 में 1,761 तक पहुँच गए। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि कानूनी सुरक्षा उपायों के बावजूद, हाशिए पर मौजूद समुदायों को सामाजिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।
ST समुदाय के खिलाफ चिंताजनक वृद्धि
हालाँकि ST की जनसंख्या कम है, फिर भी उनके खिलाफ अपराधों में तीव्र वृद्धि देखी गई।
2020 में 23 मामले, 2021 में 30, और 2022 में यह 67 तक पहुँच गए। संख्या भले ही कम हो, लेकिन वृद्धि दर बेहद चिंताजनक है।
SC/ST महिलाओं के लिए बढ़ता खतरा
SC/ST समुदायों की महिलाएँ दोहरे उत्पीड़न का शिकार बन रही हैं — जाति और लिंग के आधार पर।
SC महिलाओं के साथ बलात्कार के मामले 2020 में 116, 2021 में 123, और 2022 में 166 दर्ज किए गए।
ST महिलाओं के लिए ये आंकड़े क्रमशः 3 → 6 → 14 रहे।
यह स्थिति दर्शाती है कि जातिगत हिंसा के साथ-साथ लैंगिक हिंसा भी बढ़ती जा रही है, जिससे महिलाएँ सबसे अधिक असुरक्षित हैं।
राष्ट्रीय तुलना: तमिलनाडु की स्थिति
हालाँकि कुल मामलों की दृष्टि से तमिलनाडु सबसे बुरा प्रदर्शन करने वाले राज्यों में नहीं है, फिर भी लगातार वृद्धि चिंता का विषय है।
उत्तर प्रदेश में 2022 में SC के खिलाफ 15,368 मामले दर्ज हुए, जो 2020 में 12,714 थे।
अन्य उच्च अपराध वाले राज्यों में राजस्थान और मध्य प्रदेश शामिल हैं।
यह स्पष्ट करता है कि जाति आधारित हिंसा केवल किसी एक क्षेत्र की समस्या नहीं है, बल्कि यह एक राष्ट्रीय आपात स्थिति बन चुकी है।
सरकारी उपाय और हेल्पलाइन
जातिगत अपराधों को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने 14566 पर नेशनल हेल्पलाइन अगेंस्ट एट्रॉसिटीज (NHAA) शुरू की है।
इसका उद्देश्य केवल शिकायत निवारण नहीं, बल्कि SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम की जानकारी भी देना है।
राज्य सरकारों से अपेक्षा की जा रही है कि वे पुलिस प्रशिक्षण, त्वरित FIR पंजीकरण, और पीड़ित सुरक्षा योजनाओं को सुदृढ़ करें।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान (STATIC GK SNAPSHOT)
विषय | विवरण |
तमिलनाडु में SC अपराध (2020–2022) | 1274 → 1377 → 1761 |
तमिलनाडु में ST अपराध (2020–2022) | 23 → 30 → 67 |
SC महिलाओं के बलात्कार मामले (TN) | 116 (2020), 123 (2021), 166 (2022) |
ST महिलाओं के बलात्कार मामले (TN) | 3 (2020), 6 (2021), 14 (2022) |
सबसे अधिक प्रभावित राज्य (SC अपराध) | उत्तर प्रदेश – 15,368 मामले (2022) |
NHAA हेल्पलाइन नंबर | 14566 |
लागू कानून | SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम, 1989 |
डेटा स्रोत | राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) – 2022 रिपोर्ट |