तमिलनाडु: महिला नेतृत्व वाले ऋण क्षेत्र में उभरता हुआ शक्ति केंद्र
दिसंबर 2024 में जारी नीति आयोग रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु भारत में महिला ऋण खातों की हिस्सेदारी में पहले स्थान पर है, जहाँ 44% खाते महिलाओं के नाम पर हैं। यह आंकड़ा सिर्फ संख्या नहीं है, बल्कि समावेशी बैंकिंग, माइक्रो–क्रेडिट योजनाएं, और महिला उद्यमिता प्रशिक्षण जैसे वर्षों की योजनाओं का परिणाम है। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में इसका गहरा प्रभाव देखने को मिल रहा है।
दक्षिण भारत बना महिला वित्तीय समावेशन का उदाहरण
तमिलनाडु की इस बढ़त के साथ-साथ आंध्र प्रदेश (41%), तेलंगाना (35%), और कर्नाटक (34%) भी महिला ऋणदाताओं में उच्च हिस्सेदारी वाले राज्य हैं। इन राज्यों को स्व–सहायता समूहों, स्थानीय माइक्रोफाइनेंस नेटवर्क, और सहायक ऋण नीतियों का समर्थन प्राप्त है। राष्ट्रीय औसत 31% के मुकाबले, तमिलनाडु 13 प्रतिशत अंक अधिक है, जबकि उत्तर प्रदेश (23%) और राजस्थान (26%) जैसे राज्य पीछे हैं।
महिला ऋण निगरानी और वित्तीय साक्षरता में अग्रणी
2019 से 2024 के बीच, तमिलनाडु में महिला ऋणकर्ताओं की संख्या में 10% की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) दर्ज की गई है। खास बात यह है कि सिबिल स्व–निगरानी में तमिलनाडु पूरे देश में सबसे आगे है। भारत में कुल महिला सिबिल उपयोगकर्ताओं में 11% तमिलनाडु की महिलाएं हैं। इसका मतलब यह है कि महिलाएं सिर्फ ऋण ले रही हैं नहीं, बल्कि उन्हें सजग रूप से प्रबंधित भी कर रही हैं—जो वित्तीय स्वतंत्रता का अहम संकेत है।
महिला जीवन पर प्रभाव: ऋण के माध्यम से सशक्तिकरण
ऋण लेना सिर्फ पूंजी हासिल करना नहीं, बल्कि यह स्वामित्व, स्वास्थ्य सुरक्षा, शिक्षा की पहुंच, और छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए दरवाज़ा खोलता है। तमिलनाडु में यह ऋण क्रांति महिला–नेतृत्व वाले विकास से सीधे जुड़ी है। चाहे वह ग्रामीण कारीगर हो या नगरीय स्टार्टअप संस्थापक, औपचारिक ऋण की उपलब्धता जीवन बदलने वाला कारक बन रही है। तमिलनाडु मॉडल अब राष्ट्रव्यापी महिला सशक्तिकरण का केस स्टडी बनता जा रहा है।
STATIC GK SNAPSHOT
विषय | विवरण |
महिलाओं के सबसे अधिक ऋण खाते वाला राज्य | तमिलनाडु – 44% (दिसंबर 2024) |
राष्ट्रीय औसत | 31% |
अन्य प्रमुख दक्षिणी राज्य | आंध्र प्रदेश (41%), तेलंगाना (35%), कर्नाटक (34%) |
तमिलनाडु में 5-वर्षीय CAGR (2019–2024) | 10% वृद्धि (सक्रिय महिला ऋणदाता) |
प्रमुख निगरानी राज्य (2024) | तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना = भारत की महिला सिबिल उपयोगकर्ताओं का 49% |
तमिलनाडु की सिबिल हिस्सेदारी | भारत की कुल महिला स्व-निगरानी सिबिल उपयोगकर्ताओं में 11% |