तमिलनाडु के पर्यटन परिदृश्य का विस्तार
तमिलनाडु सरकार ने 2025 में राज्य के पर्यटन क्षेत्र को सुदृढ़ करने के लिए ₹200 करोड़ से अधिक मूल्य की नई परियोजनाओं की घोषणा की है। यह घोषणा विधानसभा के अनुदान मांग सत्र के दौरान की गई। योजनाओं में धार्मिक और पारिस्थितिक पर्यटन दोनों को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे तमिलनाडु को देशी और विदेशी पर्यटकों के लिए पूरे वर्ष पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित किया जा सके।
धार्मिक पर्यटन स्थलों पर विशेष ध्यान
परियोजना का एक बड़ा हिस्सा—₹100 करोड़—राज्यभर के प्रमुख धार्मिक स्थलों के उन्नयन पर खर्च किया जाएगा।
- मामल्लपुरम, जो यूनेस्को धरोहर सूची में शामिल अपने समुद्र किनारे के मंदिरों और शिल्प वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है, को ₹30 करोड़ मिलेंगे।
- कन्याकुमारी, जहाँ तीन समुद्र मिलते हैं, को ₹20 करोड़ की सुविधा विकास राशि दी जाएगी।
- तिरुचेंदूर, जो भगवान मुरुगन का प्रमुख तटीय मंदिर है, को भी ₹30 करोड़ आवंटित किए गए हैं।
- वहीं, वेलंकन्नी और नागूर जैसे ईसाई और मुस्लिम धार्मिक स्थलों के लिए संयुक्त रूप से ₹20 करोड़ आवंटित किए गए हैं।
जैन और बौद्ध धरोहर के लिए विरासत केंद्र
सरकार कांचीपुरम और मदुरै में बौद्ध और जैन विरासत केंद्र स्थापित करेगी, ताकि इन प्राचीन परंपराओं का संरक्षण हो सके और धार्मिक–शैक्षणिक पर्यटन को प्रोत्साहन मिल सके। कांचीपुरम को बौद्ध केंद्र और मदुरै को जैन विरासत स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे तमिलनाडु की विविध आध्यात्मिक परंपराओं को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी।
प्रकृति और साहसिक पर्यटन: कल्वरायन पहाड़ियों पर ध्यान
मंदिरों के अलावा सरकार ने पारिस्थितिक पर्यटन को भी बढ़ावा देने का निर्णय लिया है।
कल्वरायन हिल्स (कल्लकुरिची जिला), जो अपनी आदिवासी संस्कृति और औषधीय पौधों के लिए जानी जाती है, को पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा।
साथ ही गोमुकी और मणिमुक्ता बांध तथा सेलम का करुमंदुरै फार्म लेक भी स्थायी पर्यटन स्थलों में बदले जाएंगे, जहाँ पर्यटक प्राकृतिक शिविर, ट्रैकिंग और सांस्कृतिक अनुभव ले सकेंगे।
आर्थिक विकास की रणनीतिक पहल
यह बहुआयामी पर्यटन योजना न केवल राज्य की सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत को संरक्षित करती है, बल्कि रोज़गार के नए अवसर और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती भी देती है। तमिलनाडु पहले से ही भारत में सबसे अधिक भ्रमण किए जाने वाले राज्यों में है, और यह पहल पर्यटकों के अनुभव को और समृद्ध करेगी।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान झलक (STATIC GK SNAPSHOT)
विषय | विवरण |
कुल निवेश (2025 पर्यटन) | ₹200 करोड़ |
धार्मिक पर्यटन हेतु आवंटन | ₹100 करोड़ |
मामल्लपुरम आधुनिकीकरण | ₹30 करोड़ |
कन्याकुमारी विकास | ₹20 करोड़ |
तिरुचेंदूर उन्नयन | ₹30 करोड़ |
वेलंकन्नी और नागूर | ₹20 करोड़ (संयुक्त) |
प्रस्तावित विरासत केंद्र | कांचीपुरम (बौद्ध), मदुरै (जैन) |
इको-टूरिज्म विकास क्षेत्र | कल्वरायन हिल्स, गोमुकी व मणिमुक्ता बांध, सेलम |
जिम्मेदार विभाग | तमिलनाडु पर्यटन विभाग |
नीति सन्दर्भ | अनुदान मांग सत्र 2025, विधानसभा प्रस्तुति |