मुख्यमंत्री की नीलगिरी के लिए विकास दृष्टि
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने हाल ही में नीलगिरी ज़िले के लिए पर्यटन और जनजातीय कल्याण को बढ़ावा देने वाली छह नई पहलें शुरू की हैं। इन परियोजनाओं का उद्देश्य अवसंरचना को मजबूत करना, जनजातीय संस्कृति को बढ़ावा देना, और नीलगिरी को पर्यटकों के लिए अधिक अनुकूल बनाना है। यह पहल सतत विकास को गति देने के लिए एक ठोस कदम है।
गुडालूर के परिवारों के लिए कलैगनार नगर आवास योजना
गुडालूर में 300 परिवारों के लिए ₹26.6 करोड़ की लागत से ‘कलैगनार नगर’ नामक आवास परियोजना प्रस्तावित की गई है। यह योजना पहाड़ी और संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले स्थानीय लोगों की पुरानी आवास समस्याओं को हल करने के लिए लाई गई है। परियोजना से सुरक्षित, आधुनिक घरों के साथ–साथ स्वच्छता और सेवाओं की बेहतर पहुँच की उम्मीद है। इसका उद्देश्य विस्थापन को कम करना और समावेशी शहरीकरण को सुनिश्चित करना है।
जनजातीय संग्रहालय और अनुसंधान केंद्र की स्थापना
सबसे महत्वपूर्ण घोषणाओं में एक है ₹10 करोड़ की लागत से जनजातीय संग्रहालय और अनुसंधान केंद्र की स्थापना। यह केंद्र आदिवासी समुदायों की पारंपरिक ज्ञान प्रणाली, कला और इतिहास को संरक्षित करेगा। साथ ही, यह शैक्षणिक अनुसंधान और सांस्कृतिक जागरूकता का केंद्र बनकर मुख्यधारा में जनजातियों की भागीदारी को प्रोत्साहित करेगा।
हॉप-ऑन हॉप-ऑफ टूरिज्म बस सेवा
पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए, 10 बसों और ₹5 करोड़ की लागत से हॉप–ऑन हॉप–ऑफ बस सेवा शुरू की जाएगी। यह सेवा ऊटी झील, डोड्डाबेट्टा और बॉटनिकल गार्डन जैसे विभिन्न स्थलों तक सस्ती और सुविधाजनक यात्रा की सुविधा देगी। लंदन और सिंगापुर जैसे शहरों के सफल मॉडल से प्रेरणा लेकर इसे लागू किया जा रहा है।
ट्रैफिक की समस्या से निपटने के लिए मल्टीलेवल पार्किंग
ऊटी और कून्नूर जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर वाहनों की भीड़ और ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए, ₹20 करोड़ की लागत से मल्टीलेवल पार्किंग सुविधा की घोषणा की गई है। यह परियोजना पर्यटन सीजन में सड़कों पर भीड़भाड़ को कम करने और शहरी गतिशीलता सुधारने का प्रयास है।
नडुगनी में इको-पर्यटन और आदिवासी कल्याण
जैव विविधता से समृद्ध नडुगनी क्षेत्र में इको–पर्यटन सुविधाओं पर सरकार निवेश करेगी। इस पहल का उद्देश्य वन संसाधनों की रक्षा करते हुए ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देना है। इसके अतिरिक्त, 23 सामुदायिक भवन और 200 घरों का निर्माण आदिवासी परिवारों के सांस्कृतिक और सामाजिक कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान झलक (Static GK Snapshot)
पहल | विवरण |
आवास परियोजना | गुडालूर में कलैगनार नगर – ₹26.6 करोड़ |
जनजातीय संग्रहालय | ₹10 करोड़ की लागत से नया केंद्र |
पर्यटन गतिशीलता | हॉप-ऑन हॉप-ऑफ बस सेवा – ₹5 करोड़ |
पार्किंग सुविधा | ऊटी में मल्टीलेवल पार्किंग – ₹20 करोड़ |
इको-पर्यटन | नडुगनी इको-पर्यटन स्थल की घोषणा |
जनजातीय कल्याण | 23 सामुदायिक भवन + 200 घरों की योजना |