मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा लक्ष्य
तमिलनाडु ने 2030 तक $1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा है। यह लक्ष्य मुख्य रूप से राज्य के विनिर्माण क्षेत्र (manufacturing sector) की मजबूती पर आधारित है। 2014 में शुरू हुई ‘मेक इन इंडिया’ योजना ने देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 25% विनिर्माण हिस्सेदारी का लक्ष्य 2025 तक रखा था, जबकि तमिलनाडु पहले ही अपने GSDP में यह लक्ष्य हासिल कर चुका है।
राष्ट्रीय औसत से कहीं आगे
जहाँ राष्ट्रीय स्तर पर विनिर्माण क्षेत्र का हिस्सा केवल लगभग 16% है, वहीं तमिलनाडु ने पहले ही 25% तक की हिस्सेदारी प्राप्त कर ली है। यह राज्य की नीतिगत कुशलता, औद्योगिक ढाँचे और उत्पादन क्षमता को दर्शाता है।
देश में सबसे अधिक फैक्ट्रियाँ
तमिलनाडु में 31,000 से अधिक सक्रिय फैक्ट्रियाँ हैं—यह संख्या भारत में सबसे अधिक है। ये इकाइयाँ ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, वस्त्र और फुटवियर जैसे क्षेत्रों में फैली हुई हैं। यही वजह है कि तमिलनाडु भारत में गैर-तेल उत्पादों के निर्यात में अग्रणी बना हुआ है।
निर्यात में जबरदस्त योगदान
तमिलनाडु भारत की जनसंख्या का सिर्फ 6% हिस्सा रखता है, फिर भी यह देश के कुल निर्यात में 15% का योगदान देता है। यह राज्य की विनिर्माण शक्ति और मूल्य वर्धन की क्षमता को दर्शाता है।
क्षेत्रवार निर्यात में वर्चस्व
तमिलनाडु कुछ प्रमुख क्षेत्रों में निर्यात का नेतृत्व कर रहा है:
- इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के निर्यात में 41% का योगदान।
- फुटवियर निर्यात में 38% की भागीदारी।
- ऑटोमोबाइल पुर्जों के निर्यात में 45% का हिस्सा।
ये आँकड़े केवल संख्याएँ नहीं हैं, बल्कि इस बात का प्रमाण हैं कि राज्य की अर्थव्यवस्था निर्माण पर गहराई से निर्भर है।
इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में भविष्य की योजना
तमिलनाडु का लक्ष्य है कि अपने इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात को $14 बिलियन से बढ़ाकर $100 बिलियन किया जाए। यह प्रयास राज्य को वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स हब बनाने की दिशा में उठाया गया है। स्मार्टफोन, सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रिक वाहन जैसे क्षेत्रों में तेजी से हो रहे विकास के साथ, यह क्षेत्र आने वाले वर्षों में नई ऊँचाइयाँ छूने वाला है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
लक्षित अर्थव्यवस्था आकार | $1 ट्रिलियन (2030 तक) |
मेक इन इंडिया लॉन्च वर्ष | 2014 |
निर्माण GDP लक्ष्य | 25% (2025 तक) |
तमिलनाडु का निर्माण हिस्सा | GSDP का 25% (पहले ही हासिल) |
फैक्ट्रियों की संख्या | 31,000+ |
भारत का औसत निर्माण हिस्सा | लगभग 16% |
तमिलनाडु का निर्यात योगदान | भारत के कुल निर्यात का 15% |
तमिलनाडु की जनसंख्या हिस्सेदारी | 6% से कम |
इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात हिस्सेदारी | 41% |
फुटवियर निर्यात हिस्सेदारी | 38% |
ऑटो पुर्जों का निर्यात हिस्सा | 45% |
भविष्य का निर्यात लक्ष्य (इलेक्ट्रॉनिक्स) | $100 बिलियन |