जुलाई 20, 2025 12:45 पूर्वाह्न

तमिलनाडु की महिला-केंद्रित कल्याण योजनाएँ: जमीनी स्तर से बदलाव को सशक्त बनाना

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Tamil Nadu’s Women-Centric Welfare Schemes: Empowering Change from the Ground Up

महिला अधिकारों पर आधारित नीति निर्माण

तमिलनाडु ने 2024 में अपनी राज्य महिला नीति की शुरुआत कर समावेशी शासन की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया। इस नीति के तहत सबसे पहली पहल रही मगर् विदियाल पायनम थिट्टम, जिसके तहत महिलाओं को राज्य परिवहन बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा मिली। इससे लाखों ग्रामीण और शहरी कामकाजी महिलाओं को हर माह लगभग ₹888 तक की बचत हुई, जिससे उनकी आर्थिक आज़ादी और गतिशीलता में वृद्धि हुई।

करोड़ों महिलाओं को मिलने वाली मासिक सहायता

तमिलनाडु की महिला कल्याण योजनाओं का प्रमुख आधार है कलैञर मगिर् उरिमै थोगई, जिसके अंतर्गत 1.15 करोड़ महिलाओं को ₹1,000 मासिक सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है। यह प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाता है, खासकर उन परिवारों में जहाँ महिलाएँ मुखिया हैं। इसके साथ पुधुमई पें योजना के तहत सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों की कक्षा 6 से 12 तक की छात्राओं को ₹1,000 मासिक मिलते हैं। इसके परिणामस्वरूप स्कूल से कॉलेज स्थानांतरण दर 34% तक बढ़ गई है, जिससे राज्य में महिला उच्च शिक्षा को प्रोत्साहन मिला है।

कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षित आवास

बढ़ती महिला कार्यबल की ज़रूरतों को समझते हुए सरकार ने थोज़ी विदुधिगल योजना की शुरुआत की, जिसके अंतर्गत सुरक्षित महिला हॉस्टलों की स्थापना की गई। वर्तमान में राज्य में 13 हॉस्टल कार्यरत हैं, जिनमें कुल 1,303 बिस्तरों की व्यवस्था है। इन हॉस्टलों में 24×7 सुरक्षा, चिकित्सा सेवाएं, और इंटरनेट कनेक्टिविटी जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हैं, जिससे यह कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षित और किफायती आवास विकल्प बनते हैं।

दीर्घकालिक समावेशन के लिए संरचनात्मक सुधार

प्रत्यक्ष सहायता के अतिरिक्त, तमिलनाडु सरकार ने महिलाओं के लिए संरचनात्मक सुधार भी लागू किए हैं। इनमें शामिल है सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 40% आरक्षण, कार्यरत महिलाओं के लिए बढ़ा हुआ मातृत्व अवकाश, और स्वयं सहायता समूहों के लिए ऋण सीमा में वृद्धि। इसके अलावा, तमिलनाडु स्टार्टअप सीड ग्रांट फंड के माध्यम से महिला उद्यमियों को पूंजी समर्थन दिया जा रहा है। महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु पंचायतों और नगरपालिकाओं में महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें उपलब्ध कराई गई हैं।

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विशेषता / योजना विवरण
राज्य महिला नीति 2024 में शुरू की गई
कलैञर मगளिर् उरिमै थोगई ₹1,000 प्रति माह (1.15 करोड़ महिलाओं को)
पुधुमई पें योजना ₹1,000 प्रति माह (कक्षा 6–12 की छात्राओं के लिए)
स्कूल से कॉलेज स्थानांतरण 34% की वृद्धि दर्ज की गई
मगளिर् विदियाल पायनम योजना महिलाओं को निःशुल्क बस यात्रा; ₹888 मासिक तक की बचत
थोज़ी विदुधिगल हॉस्टल 13 हॉस्टल कार्यरत, 1,303 बिस्तर उपलब्ध
सरकारी नौकरी आरक्षण महिलाओं के लिए 40%
मातृत्व अवकाश नीति बढ़ी हुई अवधि (तमिलनाडु सरकारी नीति अनुसार)
SHG ऋण सीमा जिले के अनुसार बढ़ाई गई
स्थानीय निकाय आरक्षण पंचायत व नगरपालिका स्तर पर महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें
Tamil Nadu’s Women-Centric Welfare Schemes: Empowering Change from the Ground Up
  1. तमिलनाडु ने 2024 में राज्य महिला नीति शुरू की, जो समावेशी कल्याण पर केंद्रित है।
  2. मगलिर विदियाल पयानम योजना महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा प्रदान करती है, जिससे हर महीने ₹888 तक की बचत होती है।
  3. कलैग्नर मगलिर उरिमै थोघाई योजना के तहत 15 करोड़ से अधिक महिलाओं को ₹1,000 प्रतिमाह डीबीटी के जरिए मिलते हैं।
  4. यह योजना महिला-प्रधान परिवारों को सशक्त बनाती है और वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा देती है।
  5. पुधुमई पेन योजना सरकारी स्कूलों की कक्षा 6 से 12 तक की लड़कियों को ₹1,000 प्रतिमाह देती है।
  6. इससे लड़कियों में स्कूल से कॉलेज जाने की दर 34% तक बढ़ी है।
  7. थोज़ी विदुथिगल योजना शहरी क्षेत्रों में कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षित हॉस्टल प्रदान करती है।
  8. वर्तमान में 13 हॉस्टलों में 1,303 बिस्तर इस योजना के तहत उपलब्ध हैं।
  9. हॉस्टलों में सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवा और इंटरनेट जैसी सुविधाएं शहरी कामकाजी महिलाओं को सहयोग देती हैं।
  10. सरकार ने महिला कर्मचारियों के लिए मातृत्व अवकाश की अवधि बढ़ा दी है।
  11. तमिलनाडु सरकार की नौकरियों में 40% आरक्षण महिलाओं के लिए निर्धारित है।
  12. स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को ऋण सीमा बढ़ाकर उद्यमिता को बढ़ावा दिया गया है।
  13. तमिलनाडु स्टार्टअप सीड फंड महिला-नेतृत्व वाले स्टार्टअप को पूंजी अनुदान प्रदान करता है।
  14. स्थानीय निकायों में आरक्षित सीटें महिलाओं के राजनीतिक सशक्तिकरण को सुनिश्चित करती हैं।
  15. राज्य महिला नीति का उद्देश्य शिक्षा, अर्थव्यवस्था और राजनीति में लैंगिक समानता को बढ़ावा देना है।
  16. मुफ्त बस योजना खासकर ग्रामीण और निम्न-आय वर्ग की महिलाओं के लिए लाभकारी है।
  17. डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) से महिलाओं को समय पर और पारदर्शी तरीके से लाभ मिलता है।
  18. ये पहलें सतत विकास लक्ष्य 5 (लैंगिक समानता) और आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्यों से मेल खाती हैं।
  19. तमिलनाडु ने जमीनी स्तर पर महिला सशक्तिकरण का आदर्श राज्य बनकर उदाहरण पेश किया है।
  20. इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक, सामाजिक, और राजनीतिक रूप से सशक्त बनाना है।

Q1. कलैग्नार मगलीर उरिमै थोगै योजना के तहत प्रति माह कितनी वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है?


Q2. तमिलनाडु में महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा प्रदान करने वाली योजना का नाम क्या है?


Q3. पुधुमै पेन योजना के तहत ₹1,000 प्रति माह किस कक्षा की छात्राओं को मिलता है?


Q4. तमिलनाडु सरकार की नौकरियों में महिलाओं के लिए आरक्षण की प्रतिशतता क्या है?


Q5. तमिलनाडु सरकार द्वारा कामकाजी महिलाओं को आवास सहायता देने के लिए शुरू की गई योजना कौन-सी है?


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