महिला अधिकारों पर आधारित नीति निर्माण
तमिलनाडु ने 2024 में अपनी राज्य महिला नीति की शुरुआत कर समावेशी शासन की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया। इस नीति के तहत सबसे पहली पहल रही मगर् विदियाल पायनम थिट्टम, जिसके तहत महिलाओं को राज्य परिवहन बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा मिली। इससे लाखों ग्रामीण और शहरी कामकाजी महिलाओं को हर माह लगभग ₹888 तक की बचत हुई, जिससे उनकी आर्थिक आज़ादी और गतिशीलता में वृद्धि हुई।
करोड़ों महिलाओं को मिलने वाली मासिक सहायता
तमिलनाडु की महिला कल्याण योजनाओं का प्रमुख आधार है कलैञर मगளिर् उरिमै थोगई, जिसके अंतर्गत 1.15 करोड़ महिलाओं को ₹1,000 मासिक सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है। यह प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाता है, खासकर उन परिवारों में जहाँ महिलाएँ मुखिया हैं। इसके साथ पुधुमई पें योजना के तहत सरकारी व सहायता प्राप्त विद्यालयों की कक्षा 6 से 12 तक की छात्राओं को ₹1,000 मासिक मिलते हैं। इसके परिणामस्वरूप स्कूल से कॉलेज स्थानांतरण दर 34% तक बढ़ गई है, जिससे राज्य में महिला उच्च शिक्षा को प्रोत्साहन मिला है।
कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षित आवास
बढ़ती महिला कार्यबल की ज़रूरतों को समझते हुए सरकार ने थोज़ी विदुधिगल योजना की शुरुआत की, जिसके अंतर्गत सुरक्षित महिला हॉस्टलों की स्थापना की गई। वर्तमान में राज्य में 13 हॉस्टल कार्यरत हैं, जिनमें कुल 1,303 बिस्तरों की व्यवस्था है। इन हॉस्टलों में 24×7 सुरक्षा, चिकित्सा सेवाएं, और इंटरनेट कनेक्टिविटी जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हैं, जिससे यह कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षित और किफायती आवास विकल्प बनते हैं।
दीर्घकालिक समावेशन के लिए संरचनात्मक सुधार
प्रत्यक्ष सहायता के अतिरिक्त, तमिलनाडु सरकार ने महिलाओं के लिए संरचनात्मक सुधार भी लागू किए हैं। इनमें शामिल है सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 40% आरक्षण, कार्यरत महिलाओं के लिए बढ़ा हुआ मातृत्व अवकाश, और स्वयं सहायता समूहों के लिए ऋण सीमा में वृद्धि। इसके अलावा, तमिलनाडु स्टार्टअप सीड ग्रांट फंड के माध्यम से महिला उद्यमियों को पूंजी समर्थन दिया जा रहा है। महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु पंचायतों और नगरपालिकाओं में महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें उपलब्ध कराई गई हैं।
STATIC GK SNAPSHOT
विशेषता / योजना | विवरण |
राज्य महिला नीति | 2024 में शुरू की गई |
कलैञर मगளिर् उरिमै थोगई | ₹1,000 प्रति माह (1.15 करोड़ महिलाओं को) |
पुधुमई पें योजना | ₹1,000 प्रति माह (कक्षा 6–12 की छात्राओं के लिए) |
स्कूल से कॉलेज स्थानांतरण | 34% की वृद्धि दर्ज की गई |
मगளिर् विदियाल पायनम योजना | महिलाओं को निःशुल्क बस यात्रा; ₹888 मासिक तक की बचत |
थोज़ी विदुधिगल हॉस्टल | 13 हॉस्टल कार्यरत, 1,303 बिस्तर उपलब्ध |
सरकारी नौकरी आरक्षण | महिलाओं के लिए 40% |
मातृत्व अवकाश नीति | बढ़ी हुई अवधि (तमिलनाडु सरकारी नीति अनुसार) |
SHG ऋण सीमा | जिले के अनुसार बढ़ाई गई |
स्थानीय निकाय आरक्षण | पंचायत व नगरपालिका स्तर पर महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें |