तमिलनाडु में स्वास्थ्य सेवा की पहुँच का नया चेहरा
तमिलनाडु सरकार द्वारा शुरू की गई मक्क थेडी मरुथम (MTM) योजना ने स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच को नए आयाम दिए हैं। इस योजना का अर्थ है “लोगों के दरवाज़े पर उपचार”, और इसका उद्देश्य ग्रामीण और दूरदराज़ के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को उच्च रक्तचाप, मधुमेह, उपशामक देखभाल और फिजियोथेरेपी जैसी सेवाएँ उनके घर पर ही उपलब्ध कराना है।
इस योजना की विशेषता है कि इसके तहत महिला स्वास्थ्य स्वयंसेवकों (WHVs) के माध्यम से घर-घर दवा पहुँचाई जाती है। अब तक 1.13 करोड़ से अधिक उच्च रक्तचाप और 54 लाख से ज़्यादा मधुमेह रोगी इस योजना से पहली बार लाभान्वित हुए हैं।
गैर-संचारी रोग नियंत्रण में उल्लेखनीय सुधार
WHO द्वारा समर्थित और ICMR के राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान (NIE) द्वारा संचालित STEPS II सर्वेक्षण (2023–24) के अनुसार, तमिलनाडु में उच्च रक्तचाप नियंत्रण दर 2019-20 में 7.3% से बढ़कर 2023-24 में 17% हो गई है। इसी तरह, मधुमेह नियंत्रण दर 10.8% से बढ़कर 16.7% तक पहुँच गई है। ये आंकड़े दिखाते हैं कि इस योजना ने लाखों लोगों के जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाया है।
वास्तविक लाभ: घर पर ही इलाज की सुविधा
किसी दूर-दराज़ गाँव में रहने वाले बुज़ुर्ग व्यक्ति के लिए अस्पताल तक जाना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में यदि कोई महिला स्वास्थ्य स्वयंसेवक उनके घर आकर ब्लड प्रेशर की दवाएँ देती है, तो यह सेवा उनके लिए जीवनरक्षक साबित हो सकती है।
STEPS II के अनुसार, 37.7% उच्च रक्तचाप और 33.6% मधुमेह रोगियों को दवाइयाँ सीधे उनके घरों पर WHVs द्वारा प्राप्त हुईं। यह मॉडल न केवल अस्पतालों की भीड़ को कम करता है, बल्कि इलाज की निरंतरता भी सुनिश्चित करता है।
सरकारी स्वास्थ्य सेवा में बढ़ता भरोसा
इस योजना की एक बड़ी उपलब्धि यह रही है कि इससे सरकारी अस्पतालों में लोगों का विश्वास बढ़ा है।
- STEPS I के अनुसार, 2019-20 में केवल5% उच्च रक्तचाप रोगी सरकारी सुविधाओं से इलाज करा रहे थे, जो अब 62.4% (2023-24) हो गया है।
- मधुमेह रोगियों का आंकड़ा भी9% से बढ़कर 54.1% तक पहुँच गया है।
यह बदलाव सरकारी स्वास्थ्य प्रणाली की प्रभावशीलता और योजनाओं की पहुँच को दर्शाता है।
STATIC GK SNAPSHOT (हिंदी में)
योजना/सर्वेक्षण | विवरण |
योजना का नाम | मक्कளை थेडी मरुथुवम (MTM) |
आरंभ वर्ष | 2021 (तमिलनाडु सरकार द्वारा शुरू) |
मुख्य सेवाएँ | उच्च रक्तचाप, मधुमेह, उपशामक देखभाल, फिजियोथेरेपी |
क्रियान्वयन संस्था | तमिलनाडु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग |
सर्वेक्षण एजेंसी | ICMR – राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान (NIE), चेन्नई |
WHO सर्वेक्षण पद्धति | STEPS – गैर-संचारी रोगों के जोखिम कारकों की निगरानी |
योजना की विशेषता | महिला स्वास्थ्य स्वयंसेवकों द्वारा घर-घर दवा वितरण |
पहली बार उच्च रक्तचाप रोगी लाभार्थी | 1.13 करोड़ से अधिक |
पहली बार मधुमेह रोगी लाभार्थी | 54.19 लाख |