जुलाई 18, 2025 10:47 पूर्वाह्न

तमिलनाडु का बढ़ता राजस्व घाटा: राज्य के वित्तीय स्वास्थ्य पर संकट

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Tamil Nadu's Escalating Revenue Deficit Raises Fiscal Alarm

वर्षों से बढ़ता वित्तीय असंतुलन

तमिलनाडु में राजस्व घाटा पिछले एक दशक से लगातार बना हुआ है। 2012–13 में राज्य को ₹1,760 करोड़ का अधिशेष मिला था, लेकिन तब से हर वर्ष राजस्व प्राप्तियाँ उसकी राजस्व व्यय से कम रही हैं। यह प्रवृत्ति राज्य की वित्तीय संरचना में गिरावट को दर्शाती है, जिससे दीर्घकालिक निवेश की क्षमता कमजोर हो गई है।

क्या होता है राजस्व घाटा?

राजस्व घाटा तब होता है जब सरकार की नियमित आय (जैसे कर और शुल्क) उसकी नियमित खर्चों (जैसे वेतन, पेंशन, ब्याज, सब्सिडी) से कम होती है। यह संकेत है कि सरकार दैनिक परिचालन खर्चों के लिए भी उधारी पर निर्भर है, जिससे विकास परियोजनाओं में निवेश कम हो जाता है।

कोविड-19 के कारण बढ़ा वित्तीय दबाव

2020–21 में कोविड महामारी के चलते कर संग्रह में गिरावट आई, लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं, खाद्यान्न आपूर्ति और राहत कार्यों में खर्च तेज़ी से बढ़ा। इस वर्ष तमिलनाडु के इतिहास का सबसे बड़ा राजस्व घाटा दर्ज किया गया, जिससे स्पष्ट होता है कि आपातकालीन स्थितियों में राज्य की वित्तीय स्थिति कितनी संवेदनशील है।

2024–25 के बजट अनुमान

तमिलनाडु सरकार ने 2024–25 के लिए ₹49,279 करोड़ के राजस्व घाटे का अनुमान जताया है। यह भारी घाटा सरकार को राजस्व बढ़ाने, खर्च में कटौती या अधिक उधारी लेने जैसे विकल्पों पर निर्भर करता है, जिनके दीर्घकालिक सामाजिक और वित्तीय परिणाम हो सकते हैं।

तेजी से बढ़ता सार्वजनिक ऋण

2021–22 में राज्य का कुल सार्वजनिक ऋण ₹4.86 लाख करोड़ था, जो मार्च 2025 तक ₹8.33 लाख करोड़ पहुँचने की संभावना है। भले ही इस ऋण का उपयोग सड़क, पुल, जल परियोजनाओं जैसी पूंजीगत योजनाओं के लिए होता हो, लेकिन ब्याज भुगतान का बोझ कल्याणकारी योजनाओं के संसाधनों को कम करता है।

राजकोषीय अनुशासन और उधारी की सीमा

केंद्र सरकार ने 2024–25 के लिए तमिलनाडु की उधारी सीमा GSDP के 3.44% तक तय की है। यह सीमा राज्य सरकार को राजकोषीय अनुशासन में रखने के लिए है। यदि यह सीमा पार होती है तो क्रेडिट रेटिंग और केंद्र से मिलने वाली वित्तीय सहायता प्रभावित हो सकती है।

Static GK Snapshot

विषय विवरण
अंतिम राजस्व अधिशेष वर्ष 2012–13 (₹1,760 करोड़ अधिशेष)
2024–25 अनुमानित घाटा ₹49,279 करोड़
सबसे अधिक घाटा वर्ष 2020–21 (कोविड महामारी के दौरान)
2021–22 में कुल ऋण ₹4.86 लाख करोड़
मार्च 2025 तक अनुमानित ऋण ₹8.33 लाख करोड़
2024–25 उधारी सीमा GSDP का 3.44%
राजस्व घाटे की परिभाषा राजस्व व्यय > राजस्व प्राप्तियाँ
Tamil Nadu's Escalating Revenue Deficit Raises Fiscal Alarm
  1. तमिलनाडु का अंतिम राजस्व अधिशेष वर्ष 2012–13 में ₹1,760 करोड़ था।
  2. 2012–13 के बाद हर वर्ष राज्य को राजस्व घाटा दर्ज हुआ है।
  3. राजस्व घाटा का अर्थ है कि सरकारी आमदनी से अधिक खर्च किया गया
  4. वेतन, पेंशन, सब्सिडी और ब्याज भुगतान घाटे के प्रमुख कारण हैं।
  5. COVID-19 महामारी ने 2020–21 में राजस्व संग्रहण को गंभीर रूप से प्रभावित किया
  6. तमिलनाडु का सबसे बड़ा राजस्व घाटा महामारी वर्ष 2020–21 में हुआ
  7. 2024–25 के बजट अनुमान में राजस्व घाटा ₹49,279 करोड़ बताया गया है।
  8. राज्य लगातार वित्तीय दबाव में है, जहां आय और खर्च के बीच की खाई बढ़ती जा रही है।
  9. सार्वजनिक ऋण 2021–22 में ₹4.86 लाख करोड़ से बढ़कर मार्च 2025 तक ₹8.33 लाख करोड़ हो गया है।
  10. अत्यधिक ऋण ब्याज देनदारियों को बढ़ाता है, जिससे विकास योजनाओं के लिए धन में कटौती होती है।
  11. 2024–25 के लिए उधारी की सीमा GSDP का44% निर्धारित की गई है ताकि वित्तीय अनुशासन बना रहे।
  12. इस सीमा को पार करना तमिलनाडु की क्रेडिट रेटिंग को प्रभावित कर सकता है
  13. राज्य को खर्च में कटौती, राजस्व में वृद्धि या अधिक उधारी की आवश्यकता हो सकती है
  14. दीर्घकालिक वित्तीय असंतुलन बुनियादी ढांचे और कल्याणकारी निवेशों को बाधित कर सकता है
  15. राजस्वव्यय का अंतर राज्य की कमजोर वित्तीय स्थिति को दर्शाता है
  16. उधारी पर अत्यधिक निर्भरता से बचने के लिए वित्तीय विवेक आवश्यक है
  17. केंद्र सरकार राज्य की उधारी पर निगरानी और नियंत्रण रखती है
  18. तमिलनाडु की वित्तीय स्थिति भारत के अन्य राज्यों की व्यापक प्रवृत्ति को दर्शाती है
  19. लगातार बना रहने वाला घाटा भविष्य की सामाजिक योजनाओं पर असर डाल सकता है
  20. आर्थिक स्थिरता बनाए रखने के लिए संतुलित बजट आवश्यक है

Q1. तमिलनाडु का अंतिम बार राजस्व अधिशेष वाला वर्ष कौन-सा था?


Q2. 2024–25 के लिए तमिलनाडु का अनुमानित राजस्व घाटा कितना है?


Q3. कोविड-19 के कारण तमिलनाडु का सबसे अधिक राजस्व घाटा किस वर्ष दर्ज किया गया था?


Q4. मार्च 2025 तक तमिलनाडु का अनुमानित कुल ऋण (Debt) कितना होगा?


Q5. 2024–25 के लिए तमिलनाडु के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) के प्रतिशत के रूप में उधारी सीमा क्या निर्धारित की गई है?


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