टीबी के लिए केंद्रित राज्य स्तरीय प्रतिक्रिया
TN-KET (कसनोई एरप्पिला थिट्टम) को 2022 में तमिलनाडु सरकार द्वारा शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य था टीबी से होने वाली शुरुआती मौतों को रोकना।
यह कार्यक्रम भारत के 2025 तक टीबी खत्म करने के लक्ष्य के अनुरूप पहली ऐसी राज्य स्तरीय पहल है, जो गंभीर मामलों की पहचान और तत्काल उपचार सुनिश्चित करता है।
TN-KET कैसे काम करता है
इस योजना में पांच बिंदुओं वाला पेपर–आधारित ट्रायेज़ उपकरण इस्तेमाल किया जाता है, जो मरीज के बीएमआई, ऑक्सीजन स्तर, श्वसन दर, पैरों की सूजन और खड़े होने की क्षमता का मूल्यांकन करता है।
इन संकेतकों के आधार पर मरीजों को उच्च जोखिम श्रेणी में रखा जाता है और तेजी से अस्पताल में भर्ती किया जाता है।
अब तक, 98% गंभीर मरीजों को 7 दिनों के भीतर भर्ती किया गया, जिससे मृत्यु दर में भारी गिरावट आई।
प्रारंभिक प्रभाव और दोहराव की संभावना
केवल 6 महीनों में TN-KET ने 20% तक शुरुआती टीबी मृत्यु दर में कमी लाने में सफलता प्राप्त की।
इस सफलता के चलते इसे राष्ट्रीय स्तर पर अपनाए जाने लायक कम लागत वाली और स्केलेबल योजना के रूप में देखा जा रहा है।
यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए डेटा–आधारित और अनुकूलन योग्य मॉडल प्रदान करता है।
Static GK तथ्य: टीबी एक बैक्टीरिया जनित रोग है, जो Mycobacterium tuberculosis के कारण होता है और भारत में सबसे ज्यादा जानलेवा संक्रामक बीमारियों में से एक है।
राष्ट्रीय लक्ष्यों से जुड़ाव
TN-KET भारत सरकार की राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन योजना (NTEP) के तहत एक पूरक कार्यक्रम है, जो 2030 के वैश्विक लक्ष्य से 5 वर्ष पहले 2025 तक भारत में टीबी समाप्त करने का लक्ष्य रखता है।
यह योजना रीयल–टाइम डेटा मॉनिटरिंग के ज़रिए संसाधन आवंटन और पारदर्शिता को बेहतर बनाती है।
Static GK टिप: 2022 में भारत में वैश्विक टीबी मामलों का 28% हिस्सा था – जो विश्व में सबसे अधिक है (WHO रिपोर्ट)।
तमिलनाडु की सार्वजनिक स्वास्थ्य परंपरा
तमिलनाडु लंबे समय से मिड डे मील योजना और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना (CMCHIS) जैसी पहलों से सार्वजनिक स्वास्थ्य में अग्रणी रहा है।
TN-KET इस परंपरा को आगे बढ़ाता है, जिसमें सामुदायिक जांच और अस्पताल समन्वय को जोड़ा गया है।
यह केवल टीबी नियंत्रण कार्यक्रम नहीं, बल्कि स्वास्थ्य तंत्र को सशक्त करने वाला व्यापक उपकरण है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
TN-KET का पूरा नाम | कसनोई एरप्पिला थिट्टम |
शुरूआत का वर्ष | 2022 |
मुख्य उद्देश्य | शीघ्र पहचान और त्वरित देखभाल से टीबी मृत्यु दर कम करना |
मूल्यांकन उपकरण | 5 संकेतकों वाला पेपर-आधारित ट्रायेज़ सिस्टम |
प्रारंभिक प्रभाव | 6 माह में 20% तक टीबी मौतों में कमी |
शीघ्र भर्ती दर | 98% गंभीर मामले 7 दिनों के भीतर भर्ती |
संबंधित राष्ट्रीय योजना | राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP) |
TN-KET की व्यापक भूमिका | डेटा-आधारित स्वास्थ्य प्रशासन को बढ़ावा |
Static GK तथ्य | भारत वैश्विक टीबी मामलों का 28% हिस्सा रखता है |
प्रसिद्ध राज्य योगदान | CMCHIS, स्कूल पोषण योजना जैसी सार्वजनिक स्वास्थ्य नवाचार |