मैया सम्मान योजना क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?
अगस्त 2024 में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा शुरू की गई, मैया सम्मान योजना (MSY) एक प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) योजना है, जिसका उद्देश्य 18 से 50 वर्ष की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। शुरुआत में ₹1,000 प्रति माह की सहायता दी गई, जिसे दिसंबर 2024 में बढ़ाकर ₹2,500 प्रति माह कर दिया गया। जनवरी 2025 में, सरकार ने 56.61 लाख महिलाओं को ₹5,000 (दो माह के लिए) हस्तांतरित किए, जिससे कुल ₹1,415 करोड़ वितरित हुए। यह योजना गरीबी हटाने, महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें झारखंड के विकास में भागीदार बनाने के लिए बनाई गई है।
प्रत्यक्ष नकद ट्रांसफर से कैसे बढ़ती है महिलाओं की स्वतंत्रता?
पारंपरिक कल्याण मॉडल के विपरीत, MSY सीधे लाभार्थी महिलाओं के बैंक खातों में राशि जमा करती है, जिससे बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो जाती है और विलंब नहीं होता। इससे महिलाओं को अपने पैसे पर पूरा नियंत्रण मिलता है। शोध दर्शाते हैं कि जब महिलाएं आर्थिक निर्णय लेती हैं, तो वे बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और बचत को प्राथमिकता देती हैं। झारखंड जैसे राज्य में, जहां कुपोषण, बेरोजगारी और आदिवासी वंचना आम है, यह ट्रांसफर नींव स्तर पर आर्थिक स्थिरता लाते हैं।
बैंकिंग और डिजिटलीकरण: एक नया वित्तीय इकोसिस्टम
मैया सम्मान योजना की एक प्रमुख विशेषता इसका बैंक खातों से जुड़ाव है। कई लाभार्थी महिलाएं पहली बार बैंक खाता खोलने वाली हैं — ज़ीरो बैलेंस खाते, आधार प्रमाणीकरण, और डिजिटल पेमेंट टूल्स के ज़रिए भुगतान सुनिश्चित किए जा रहे हैं। इससे न केवल पारदर्शिता आती है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं में वित्तीय आदतें, बैंक साक्षरता और डिजिटल पहुंच भी विकसित होती है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देती योजना
इस योजना के ज़रिए दी गई राशियों से स्थानीय बाज़ारों और स्वरोजगार को बल मिल रहा है। उदाहरण के लिए, पलामू की एक महिला ने ₹5,000 से बकरी पालन या बच्चों की पढ़ाई के लिए किताबें खरीदीं — ये नकद राशि सूक्ष्म निवेशों में बदल रही है। बाज़ार, स्वयं सहायता समूह और विक्रेता भी लाभान्वित हो रहे हैं क्योंकि खपत बढ़ रही है। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि महिलाओं में निवेश करने से लाभ कई गुना बढ़ता है — पूरा समुदाय सशक्त होता है।
सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव
झामुमो सरकार ने इस योजना को महिला–प्रथम प्रमुख पहल के रूप में प्रस्तुत किया है, जो आने वाले चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। महिलाएं एक सशक्त मतदाता समूह हैं, और यह योजना स्थानीय ज़रूरतों के अनुरूप है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सोच है कि झारखंड की महिलाएं सिर्फ आश्रित नहीं, बल्कि आर्थिक बदलाव की अगुवा बनें — यह शासन और सोच दोनों में बदलाव का प्रतीक है।
STATIC GK SNAPSHOT FOR COMPETITIVE EXAMS (हिन्दी में)
विषय | विवरण |
योजना का नाम | मैया सम्मान योजना (MSY) |
राज्य | झारखंड |
शुरुआत | अगस्त 2024 |
शुरू करने वाले | मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन |
लक्षित समूह | 18 से 50 वर्ष की महिलाएं |
संशोधित लाभ राशि | ₹2,500/माह (दिसंबर 2024 से) |
जनवरी 2025 ट्रांसफर | ₹1,415.44 करोड़ – 56.61 लाख महिलाओं को (₹5,000 प्रत्येक) |
क्या बैंक खातों से जुड़ी है? | हाँ – ज़ीरो बैलेंस + आधार प्रमाणीकरण के साथ |
सत्ता में पार्टी | झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) |
मुख्य उद्देश्य | आर्थिक समावेशन, लैंगिक समानता, ग्रामीण विकास |