भारत बना घरेलू विमानन लोड दक्षता में नंबर 1
अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (IATA) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने 2024 में घरेलू यात्री लोड फैक्टर (PLF) के मामले में विश्व में पहला स्थान हासिल किया है। 86.4% PLF के साथ भारत ने अमेरिका (84.1%) और चीन (83.2%) जैसे अग्रणी विमानन बाजारों को पीछे छोड़ दिया। वर्ष 2024 में 16.3 करोड़ घरेलू यात्रियों ने भारत में उड़ान भरी, जो इसे वैश्विक विमानन में एक उभरता हुआ प्रमुख केंद्र बनाता है।
क्या होता है PLF और क्यों है यह महत्वपूर्ण?
पैसेंजर लोड फैक्टर (PLF) यह दर्शाता है कि किसी विमान कंपनी ने कितनी प्रभावी ढंग से अपनी सीटें भरीं। यह राजस्व उत्पन्न करने वाले यात्रियों और कुल सीट क्षमता का अनुपात होता है। अधिक PLF का अर्थ है—बेहतर मुनाफा, कुशल संचालन, और हवाई यात्रा के प्रति मजबूत उपभोक्ता मांग। भारत का रिकॉर्ड PLF बेहतर बेड़े नियोजन, यात्री वृद्धि और हवाई यात्रा की बढ़ती पहुंच को दर्शाता है।
वैश्विक विमानन परिदृश्य में भारत की स्थिति
86.4% के PLF के साथ भारत ने उन देशों को पीछे छोड़ दिया जो विमानन के क्षेत्र में अग्रणी हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका रहा दूसरे स्थान पर (84.1%), और चीन तीसरे स्थान पर (83.2%)। अन्य उल्लेखनीय देश थे—ब्राज़ील (81.9%), ऑस्ट्रेलिया (81.8%), और जापान (78%)। यह रैंकिंग दर्शाती है कि महामारी के बाद रिकवरी उन्हीं देशों में मजबूत रही जहां घरेलू नेटवर्क विशाल हैं।
वैश्विक विमानन में तेज़ी से सुधार
2024 में वैश्विक विमानन क्षेत्र ने 10.4% की वृद्धि दर्ज की, जबकि अंतरराष्ट्रीय यात्रा में 13.6% की वृद्धि देखी गई। इस दौरान सीट क्षमता में भी 8.7% का इज़ाफा हुआ, जिससे वैश्विक औसत PLF 83.5% तक पहुंच गया—जो अब तक का नया विश्व रिकॉर्ड है। केवल दिसंबर 2024 में ही 84% PLF दर्ज किया गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा दिसंबर लोड फैक्टर है।
IATA का 2025 पूर्वानुमान
IATA के महानिदेशक विली वॉल्श ने 2024 को विमानन उद्योग के लिए मील का पत्थर वर्ष बताया। उन्होंने कहा कि मांग और क्षमता प्रबंधन में सुधार हुआ है और 2025 में वैश्विक हवाई यात्रा में 8% वृद्धि की संभावना है। वॉल्श ने यह भी कहा कि विमानन रोज़गार, आर्थिक विकास, और अंतरराष्ट्रीय संपर्क के लिए आवश्यक है।
भारत की सफलता: नीति, ढांचा और बाज़ार का समन्वय
भारत की PLF में बढ़त केवल आंकड़ों की जीत नहीं, बल्कि नागरिक उड्डयन ढांचे में संरचनात्मक सुधार की प्रतीक है। उड़ान (UDAN) जैसी क्षेत्रीय योजनाओं, आधुनिक हवाईअड्डों, और निजी क्षेत्र की भागीदारी ने हवाई यात्रा को आमजन के लिए सुलभ बनाया है। इससे भारत अब एक सस्ती, कुशल और व्यापक घरेलू हवाई गतिशीलता केंद्र के रूप में उभर रहा है।
स्टैटिक GK स्नैपशॉट: भारत और वैश्विक विमानन रुझान
श्रेणी | विवरण |
भारत का घरेलू PLF (2024) | 86.4% (विश्व में सर्वाधिक) |
घरेलू हवाई यात्री (भारत) | 16.3 करोड़ (DGCA अनुसार) |
PLF – अमेरिका (2024) | 84.1% (दूसरा स्थान) |
PLF – चीन (2024) | 83.2% (तीसरा स्थान) |
वैश्विक औसत PLF (2024) | 83.5% (नया विश्व रिकॉर्ड) |
IATA पूर्वानुमान (2025) | वैश्विक हवाई यात्रा में 8% वृद्धि संभावित |
दिसंबर 2024 वैश्विक PLF | 84% (अब तक का सबसे ऊंचा दिसंबर रिकॉर्ड) |