जुलाई 17, 2025 11:21 अपराह्न

गगनयान प्रणोदन प्रणाली ने अंतरिक्ष यान परीक्षण में हासिल की बड़ी सफलता

करेंट अफेयर्स: गगनयान सर्विस मॉड्यूल, इसरो, सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम, हॉट टेस्ट जुलाई 2025, लिक्विड एपोजी मोटर, रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम, एलपीएससी, भारतीय मानव अंतरिक्ष उड़ान, चालक दल सुरक्षा, लियो मिशन

Gaganyaan Propulsion System Clears Key Spaceflight Test

भारत के मानव अंतरिक्ष मिशन की दिशा में मील का पत्थर

ISRO ने गगनयान सेवा मॉड्यूल प्रणोदन प्रणाली (SMPS) के दो हॉट परीक्षण सफलतापूर्वक जुलाई 2025 में पूरे किए। इन परीक्षणों से यह सुनिश्चित हुआ कि यह प्रणाली वास्तविक उड़ान स्थितियों में कार्य कर सकती है और सुरक्षित है।

सेवा मॉड्यूल प्रणोदन प्रणाली की भूमिका

गगनयान मिशन में सेवा मॉड्यूल, ऑर्बिटल मॉड्यूल का हिस्सा है। इसका कार्य दिशा नियंत्रण, कक्षा में सुधार, और आपातकालीन स्थिति में यान को सुरक्षित निकालना है।
इसमें शामिल हैं:
5 लिक्विड अपोजी मोटर (LAMs), प्रत्येक 440 न्यूटन थ्रस्ट के साथ।
16 रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम (RCS) थ्रस्टर्स, प्रत्येक 100 न्यूटन थ्रस्ट के साथ।
ये इंजन स्थिर और पल्स मोड दोनों में कार्य करते हैं, ताकि अंतरिक्ष में यान की सटीक चाल और दिशा नियंत्रण सुनिश्चित हो सके।

हालिया परीक्षणों का विवरण

दो अलग-अलग हॉट टेस्ट किए गए:
• एक 30 सेकंड का परीक्षण।
• दूसरा 100 सेकंड का, जो जटिल परिस्थितियों का अनुकरण करता है।
100 सेकंड वाला परीक्षण सबसे महत्वपूर्ण था क्योंकि इसमें सभी RCS और LAM इंजन विभिन्न मोड्स में एकसाथ चलाए गए और सभी मापदंड पूर्वानुमान के अनुसार रहे।

LPSC की तकनीकी नेतृत्व क्षमता

ISRO की प्रमुख इकाई लिक्विड प्रणोदन सिस्टम सेंटर (LPSC) ने SMPS प्रणाली का विकास किया है। इंजीनियरों ने पिछले परीक्षणों से प्राप्त आंकड़ों का उपयोग करके प्रणाली को बेहतर बनाया।
इस बार के परीक्षण में वास्तविक उड़ान जैसी स्थिति के अनुरूप संशोधित लेआउट और उन्नत कंपोनेंट्स शामिल थे।
Static GK Fact: LPSC मुख्यालय तिरुवनंतपुरम (केरल) में स्थित है और यह PSLV, GSLV तथा अब गगनयान के लिए इंजन निर्माण में अग्रणी है।

भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान के और करीब

गगनयान मिशन का उद्देश्य है भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा (LEO) में भेजना और सुरक्षित लौटाना। इसमें SMPS प्रणाली की भूमिका होती है:
• यान को कक्षा में स्थिर बनाए रखना
• आपातकालीन स्थिति में मिशन को रद्द करने की प्रक्रिया
पुनःप्रवेश के समय यान की दिशा सुनिश्चित करना
इस प्रणाली में किसी भी तरह की विफलता क्रू की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है। इसलिए यह सफल परीक्षण बहुत महत्वपूर्ण हैं।
Static GK Tip: भारत, अमेरिका, रूस और चीन के बाद चौथा देश बनेगा जो अंतरिक्ष में मानव मिशन भेजेगा।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
मिशन का नाम गगनयान
परीक्षण की प्रकृति दो हॉट परीक्षण (30 सेकंड और 100 सेकंड)
परीक्षण की तिथि 14 जुलाई 2025
प्रमुख इंजन 5 LAMs (440 N), 16 RCS थ्रस्टर्स (100 N)
प्रमुख एजेंसी ISRO
विकास इकाई लिक्विड प्रणोदन सिस्टम सेंटर (LPSC)
परीक्षण परिणाम सभी मापदंड अपेक्षित सीमा में
लक्षित कक्षा लो अर्थ ऑर्बिट (LEO)
मिशन उद्देश्य भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान
महत्व ऑर्बिटल नियंत्रण और आपातकालीन सुरक्षा की पुष्टि
Gaganyaan Propulsion System Clears Key Spaceflight Test
  1. इसरो ने जुलाई 2025 में गगनयान सेवा मॉड्यूल प्रणोदन प्रणाली (SMPS) के दो हॉट परीक्षण सफलतापूर्वक किए।
  2. इन परीक्षणों ने वास्तविक अंतरिक्ष उड़ान स्थितियों में प्रणाली के प्रदर्शन की पुष्टि की।
  3. SMPS, गगनयान मिशन में कक्षीय मॉड्यूल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
  4. यह प्रक्षेप पथ सुधार, अभिवृत्ति नियंत्रण और आपातकालीन निरस्तीकरण करता है।
  5. इस प्रणाली में 5 लिक्विड एपोजी मोटर्स (LAM) शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक 440 न्यूटन का थ्रस्ट उत्पन्न करता है।
  6. इसमें 16 रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम (RCS) थ्रस्टर भी हैं, जिनमें से प्रत्येक 100 न्यूटन का थ्रस्ट प्रदान करता है।
  7. ये थ्रस्टर सटीकता के लिए स्थिर-अवस्था और पल्स दोनों मोड में काम करते हैं।
  8. मूल्यांकन के लिए 30-सेकंड और 100-सेकंड का हॉट परीक्षण किया गया।
  9. 100 सेकंड के परीक्षण से यह सत्यापित हुआ कि सभी थ्रस्टर विभिन्न मोड में एक साथ काम कर सकते हैं।
  10. सभी परीक्षण पैरामीटर स्थिर थे और अनुमानित परिणामों के अनुरूप थे।
  11. द्रव प्रणोदन प्रणाली केंद्र (एलपीएससी) ने एसएमपीएस के विकास का नेतृत्व किया।
  12. एलपीएससी का मुख्यालय तिरुवनंतपुरम, केरल में है और यह भारतीय अंतरिक्ष इंजनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  13. वर्तमान परीक्षण लेख में उन्नत डिज़ाइन और बेहतर लेआउट का उपयोग किया गया है।
  14. एसएमपीएस अंतरिक्ष यान के स्थिरीकरण, निरस्तीकरण क्षमता और पुनः प्रवेश संरेखण को सुनिश्चित करता है।
  15. ये कार्य मानव अंतरिक्ष उड़ान के दौरान चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
  16. गगनयान मिशन का उद्देश्य भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा (LEO) में भेजना है।
  17. इस मिशन के साथ, भारत का लक्ष्य चालक दल के अंतरिक्ष उड़ान में अमेरिका, रूस और चीन के साथ शामिल होना है।
  18. प्रणोदन प्रणाली की सफलता मिशन की तैयारी में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
  19. एसएमपीएस की विफलता चालक दल की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है, इसलिए परीक्षण आवश्यक है।
  20. सफल हॉट टेस्ट भारत को अपना पहला मानव अंतरिक्ष मिशन शुरू करने के करीब ले आए हैं।

Q1. गगनयान सेवा मॉड्यूल प्रणोदन प्रणाली (SMPS) का मुख्य उद्देश्य क्या है?


Q2. गगनयान मिशन के लिए SMPS को विकसित करने की जिम्मेदारी किस इसरो केंद्र की है?


Q3. गगनयान SMPS में कितने लिक्विड एपोजी मोटर्स (LAM) उपयोग किए जाते हैं और उनका थ्रस्ट कितना है?


Q4. जुलाई 2025 में गगनयान SMPS का सबसे महत्वपूर्ण हॉट टेस्ट कितने समय तक चला?


Q5. गगनयान मिशन की सफलता के बाद भारत मानव अंतरिक्ष उड़ान हासिल करने वाला कौन-सा देश बनेगा?


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