भारत के मानव अंतरिक्ष मिशन की दिशा में मील का पत्थर
ISRO ने गगनयान सेवा मॉड्यूल प्रणोदन प्रणाली (SMPS) के दो हॉट परीक्षण सफलतापूर्वक जुलाई 2025 में पूरे किए। इन परीक्षणों से यह सुनिश्चित हुआ कि यह प्रणाली वास्तविक उड़ान स्थितियों में कार्य कर सकती है और सुरक्षित है।
सेवा मॉड्यूल प्रणोदन प्रणाली की भूमिका
गगनयान मिशन में सेवा मॉड्यूल, ऑर्बिटल मॉड्यूल का हिस्सा है। इसका कार्य दिशा नियंत्रण, कक्षा में सुधार, और आपातकालीन स्थिति में यान को सुरक्षित निकालना है।
इसमें शामिल हैं:
• 5 लिक्विड अपोजी मोटर (LAMs), प्रत्येक 440 न्यूटन थ्रस्ट के साथ।
• 16 रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम (RCS) थ्रस्टर्स, प्रत्येक 100 न्यूटन थ्रस्ट के साथ।
ये इंजन स्थिर और पल्स मोड दोनों में कार्य करते हैं, ताकि अंतरिक्ष में यान की सटीक चाल और दिशा नियंत्रण सुनिश्चित हो सके।
हालिया परीक्षणों का विवरण
दो अलग-अलग हॉट टेस्ट किए गए:
• एक 30 सेकंड का परीक्षण।
• दूसरा 100 सेकंड का, जो जटिल परिस्थितियों का अनुकरण करता है।
100 सेकंड वाला परीक्षण सबसे महत्वपूर्ण था क्योंकि इसमें सभी RCS और LAM इंजन विभिन्न मोड्स में एकसाथ चलाए गए और सभी मापदंड पूर्वानुमान के अनुसार रहे।
LPSC की तकनीकी नेतृत्व क्षमता
ISRO की प्रमुख इकाई लिक्विड प्रणोदन सिस्टम सेंटर (LPSC) ने SMPS प्रणाली का विकास किया है। इंजीनियरों ने पिछले परीक्षणों से प्राप्त आंकड़ों का उपयोग करके प्रणाली को बेहतर बनाया।
इस बार के परीक्षण में वास्तविक उड़ान जैसी स्थिति के अनुरूप संशोधित लेआउट और उन्नत कंपोनेंट्स शामिल थे।
Static GK Fact: LPSC मुख्यालय तिरुवनंतपुरम (केरल) में स्थित है और यह PSLV, GSLV तथा अब गगनयान के लिए इंजन निर्माण में अग्रणी है।
भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान के और करीब
गगनयान मिशन का उद्देश्य है भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा (LEO) में भेजना और सुरक्षित लौटाना। इसमें SMPS प्रणाली की भूमिका होती है:
• यान को कक्षा में स्थिर बनाए रखना
• आपातकालीन स्थिति में मिशन को रद्द करने की प्रक्रिया
• पुनःप्रवेश के समय यान की दिशा सुनिश्चित करना
इस प्रणाली में किसी भी तरह की विफलता क्रू की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है। इसलिए यह सफल परीक्षण बहुत महत्वपूर्ण हैं।
Static GK Tip: भारत, अमेरिका, रूस और चीन के बाद चौथा देश बनेगा जो अंतरिक्ष में मानव मिशन भेजेगा।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
मिशन का नाम | गगनयान |
परीक्षण की प्रकृति | दो हॉट परीक्षण (30 सेकंड और 100 सेकंड) |
परीक्षण की तिथि | 14 जुलाई 2025 |
प्रमुख इंजन | 5 LAMs (440 N), 16 RCS थ्रस्टर्स (100 N) |
प्रमुख एजेंसी | ISRO |
विकास इकाई | लिक्विड प्रणोदन सिस्टम सेंटर (LPSC) |
परीक्षण परिणाम | सभी मापदंड अपेक्षित सीमा में |
लक्षित कक्षा | लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) |
मिशन उद्देश्य | भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान |
महत्व | ऑर्बिटल नियंत्रण और आपातकालीन सुरक्षा की पुष्टि |