हम्पी का दूसरा विश्व खिताब
भारत की कोनेरू हम्पी ने एक बार फिर शतरंज की दुनिया में अपना परचम लहराते हुए 2024 की FIDE महिला वर्ल्ड रैपिड चेस चैंपियनशिप जीत ली है। यह टूर्नामेंट न्यूयॉर्क में आयोजित हुआ था। इससे पहले उन्होंने 2019 में जॉर्जिया में यह खिताब जीता था। इस उपलब्धि ने उन्हें महिलाओं की शतरंज की महान हस्तियों की सूची में और मजबूत स्थान दिलाया है।
वैश्विक प्रतियोगिता में दबदबा
हम्पी ने 11 राउंड में 8.5 अंक हासिल किए और आखिरी मुकाबले में इंडोनेशिया की आइरीन सुकंदर को हराया। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में अपने शांत और रणनीतिक खेल से यह साबित कर दिया कि 37 वर्ष की उम्र में भी वह भारत की शीर्ष महिला शतरंज खिलाड़ी बनी हुई हैं। यह जीत केवल अंकों की नहीं, बल्कि अनुभव और मानसिक दृढ़ता की भी जीत है।
प्रधानमंत्री मोदी की सराहना
जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर हम्पी को बधाई दी और कहा कि वह भारतीय युवाओं, विशेष रूप से लड़कियों के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने हम्पी की उपलब्धि को राष्ट्र का गौरव बताया।
पुरुष वर्ग में युवा की चमक
महिला वर्ग में हम्पी के धमाकेदार प्रदर्शन के बीच रूस के 18 वर्षीय वोलोदार मुरज़िन ने पुरुष वर्ग में खिताब जीतकर सभी को चौंका दिया। वह FIDE वर्ल्ड रैपिड चेस चैंपियनशिप के दूसरे सबसे युवा विजेता बने। इससे पहले नोडिर्बेक अब्दुसत्तोरोव ने यह खिताब 17 वर्ष की उम्र में जीता था।
भारत में शतरंज को नई गति
हम्पी की इस बड़ी जीत से भारत में शतरंज को नई ऊर्जा मिलेगी। इससे देशभर में शतरंज अकादमियों, प्रशिक्षण केंद्रों और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भागीदारी बढ़ने की उम्मीद है। उनकी यात्रा छोटे शहरों और कस्बों के खिलाड़ियों को भी बड़ा सपना देखने का साहस देती है।
Static Usthadian Current Affairs Table
महत्वपूर्ण तथ्य | विवरण |
विजेता का नाम | कोनेरू हम्पी |
प्रतियोगिता | 2024 FIDE महिला वर्ल्ड रैपिड चेस चैंपियनशिप |
स्थान | न्यूयॉर्क, अमेरिका |
कुल अंक | 8.5 (11 में से) |
अंतिम दौर की प्रतिद्वंद्वी | आइरीन सुकंदर (इंडोनेशिया) |
पिछली जीत | 2019, जॉर्जिया |
2024 पुरुष विजेता | वोलोदार मुरज़िन (रूस) |
सबसे युवा पूर्व विजेता | नोडिर्बेक अब्दुसत्तोरोव (17 वर्ष) |
हम्पी की उम्र | 37 वर्ष |
पीएम मोदी की प्रतिक्रिया | हम्पी को राष्ट्रीय प्रेरणा बताया और बधाई दी |