जुलाई 17, 2025 8:12 अपराह्न

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 3.5 करोड़ नौकरियों के लिए ELI योजना को दी मंजूरी

करेंट अफेयर्स: ईएलआई योजना, केंद्रीय मंत्रिमंडल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ₹1 लाख करोड़, रोजगार प्रोत्साहन, ईपीएफओ पंजीकरण, युवा रोजगार क्षमता, विनिर्माण क्षेत्र, डीबीटी भुगतान, औपचारिक रोजगार सृजन

Cabinet clears ELI Scheme to create 3.5 crore jobs

बड़े पैमाने पर रोजगार की दिशा में अहम कदम

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (Employment Linked Incentive – ELI) को मंजूरी दे दी है, जिसकी कुल लागत लगभग ₹1 लाख करोड़ है। यह योजना 1 अगस्त 2025 से 31 जुलाई 2027 तक लागू रहेगी और इसका लक्ष्य है 3.5 करोड़ नए औपचारिक रोजगार उत्पन्न करना, खासकर युवाओं और पहली बार नौकरी करने वालों के लिए।

यह योजना केंद्रीय बजट 2024–25 में घोषित ₹2 लाख करोड़ के कौशल और रोजगार पैकेज का हिस्सा है, जो नियोक्ताओं और नौकरी चाहने वालों दोनों को सहायता प्रदान करती है।

योजना के उद्देश्य

ELI योजना का उद्देश्य है:
औपचारिक क्षेत्र में 3.5 करोड़ नौकरियाँ उत्पन्न करना, खासतौर से विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों में। यह योजना पहली बार नौकरी पाने वालों को प्रोत्साहन, EPFO से जुड़ाव, और वित्तीय साक्षरता एवं बचत की आदत को बढ़ावा देती है।

पहली बार नौकरी करने वालों के लिए लाभ

Part A के तहत, 1.92 करोड़ नए EPFO-पंजीकृत कर्मचारियों को सीधे लाभ मिलेगा। ₹1 लाख/माह तक कमाने वाले कर्मचारी एक महीने की EPF वेतन (₹15,000 तक) की राशि दो किस्तों में प्राप्त करेंगे:

  • पहली किस्त: 6 महीने की सेवा पूरी होने पर
  • दूसरी किस्त: 12 महीने की सेवा और वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षण पूरा करने पर

Static GK Fact: EPFO की स्थापना 1952 में हुई थी और यह भारत के 27 करोड़ से अधिक कामगारों को कवर करता है।

इसमें से एक भाग को लॉकइन बचत योजनाओं (जैसे पीएफ या स्मॉल सेविंग्स स्कीम) में जमा किया जाएगा ताकि लंबी अवधि की वित्तीय अनुशासन बनी रहे।

नियोक्ताओं को सहायता

Part B के अंतर्गत EPFO-पंजीकृत नियोक्ताओं को उनके कर्मचारियों को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा।
फर्म की आकार के अनुसार पात्रता:

  • 50 से कम कर्मचारियों वाले फर्मों को कम से कम 2 नए कर्मचारी रखने होंगे।
  • 50 या अधिक कर्मचारियों वाले फर्मों को कम से कम 5 नए कर्मचारी रखने होंगे।

प्रोत्साहन दरें (प्रति कर्मचारी प्रति माह):

कर्मचारी वेतन नियोक्ता प्रोत्साहन
₹10,000 तक ₹1,000
₹10,001–₹20,000 ₹2,000
₹20,001–₹1,00,000 ₹3,000

विनिर्माण क्षेत्र के लिए यह प्रोत्साहन तीसरे और चौथे वर्ष तक विस्तारित रहेगा, जिससे ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा मिलेगा।

पारदर्शी भुगतान तंत्र

  • Part A भुगतान आधार ब्रिज पेमेंट सिस्टम के माध्यम से DBT द्वारा किया जाएगा।
  • Part B भुगतान PAN-लिंक्ड बैंक खातों में भेजा जाएगा।

Static GK Tip: DBT प्रणाली की शुरुआत भारत में 2013 में हुई थी ताकि सब्सिडी में रिसाव को रोका जा सके और लाभ सीधे पात्र व्यक्तियों तक पहुंचे।

राष्ट्रीय प्रभाव

ELI योजना का उद्देश्य है:

  • COVID-19 के बाद बेरोजगारी को कम करना
  • वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना
  • नियोक्ताओं की जवाबदेही बढ़ाना
  • सामाजिक और आर्थिक गतिशीलता को मजबूत करना

यह योजना औपचारिक रोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मजबूत कदम है।

Static Usthadian Current Affairs Table (Hindi)

विषय विवरण
योजना का नाम रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (ELI)
मंजूरी तिथि 1 जुलाई 2025
रोजगार लक्ष्य 2 वर्षों में 3.5 करोड़ नौकरियाँ
कुल बजट ₹1 लाख करोड़
कर्मचारी लाभ ₹15,000 (2 किस्तों में)
नियोक्ता प्रोत्साहन ₹1,000–₹3,000 प्रति माह
विशेष ध्यान क्षेत्र विनिर्माण क्षेत्र
भुगतान तंत्र आधार और PAN से लिंक्ड DBT
EPFO अनिवार्यता कर्मचारी और नियोक्ता दोनों के लिए
योजना अवधि अगस्त 2025 – जुलाई 2027
Cabinet clears ELI Scheme to create 3.5 crore jobs
  1. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 1 जुलाई, 2025 को रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन (ELI) योजना को मंजूरी दी।
  2. ELI योजना का लक्ष्य अगस्त 2025 और जुलाई 2027 के बीच5 करोड़ औपचारिक नौकरियों का सृजन करना है।
  3. इस योजना के लिए कुल परिव्यय ₹1 लाख करोड़ है, जिसकी घोषणा केंद्रीय बजट 2024-25 में की गई थी।
  4. यह ₹2 लाख करोड़ के बड़े रोजगार और कौशल पैकेज का हिस्सा है।
  5. यह योजना पहली बार नौकरी चाहने वालों और EPFO-पंजीकृत कर्मचारियों को प्रोत्साहित करती है।
  6. पार्ट ए के तहत ₹1 लाख/माह तक कमाने वाले92 करोड़ नए कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।
  7. कर्मचारियों को ₹15,000 प्रोत्साहन मिलता है, जिसका भुगतान 6 और 12 महीने के बाद दो किस्तों में किया जाता है।
  8. दूसरी किस्त वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षण पूरा करने से जुड़ी है।
  9. लाभ का एक हिस्सा बचत साधनों में लॉक किया जाएगा ताकि दीर्घकालिक अनुशासन सुनिश्चित किया जा सके।
  10. ईएलआई योजना का भाग बी उन नियोक्ताओं का समर्थन करता है जो कार्यबल का विस्तार करते हैं और कर्मचारियों को बनाए रखते हैं।
  11. नियोक्ता को ईपीएफओ-पंजीकृत होना चाहिए और फर्म के आकार के आधार पर न्यूनतम संख्या में कर्मचारियों को नियुक्त करना चाहिए।
  12. <50 कर्मचारियों वाली फर्मों को कम से कम 2 और ≥50 वाली फर्मों को 5 या उससे अधिक कर्मचारियों को नियुक्त करना चाहिए।
  13. नियोक्ताओं को प्रोत्साहन प्रति कर्मचारी प्रति माह ₹1,000 से ₹3,000 तक है।
  14. विनिर्माण क्षेत्र को तीसरे और चौथे वर्ष के लिए विस्तारित लाभ मिलता है।
  15. आधार और पैन लिंकेज का उपयोग करके प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से भुगतान किया जाता है।
  16. ईपीएफओ (1952) वर्तमान में भारत में 27 करोड़ से अधिक श्रमिकों को कवर करता है।
  17. सब्सिडी लीकेज को खत्म करने के लिए 2013 में डीबीटी प्रणाली शुरू की गई थी।
  18. ईएलआई योजना का उद्देश्य कोविड के बाद की बेरोजगारी को कम करना और औपचारिक रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है।
  19. यह युवाओं में वित्तीय समावेशन और सामाजिक गतिशीलता को प्रोत्साहित करता है।
  20. ईएलआई मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत मिशन के साथ संरेखित है।

Q1. ELI योजना की कुल वित्तीय लागत कितनी है जिसे केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है?


Q2. ELI योजना के तहत अगस्त 2025 से जुलाई 2027 के बीच कितने औपचारिक रोजगार सृजित किए जाने की अपेक्षा है?


Q3. ELI योजना के भाग A के अंतर्गत पात्र नए कर्मचारियों को अधिकतम कितनी वेतन प्रोत्साहन राशि दी जाएगी?


Q4. ELI योजना के भाग B के अंतर्गत ₹18,000 कमाने वाले कर्मचारी के लिए मासिक नियोक्ता प्रोत्साहन कितना होगा?


Q5. ELI योजना के अंतर्गत तीसरे और चौथे वर्ष में किस क्षेत्र को अतिरिक्त प्रोत्साहन मिलता है?


Your Score: 0

Current Affairs PDF July 5

Descriptive CA PDF

One-Liner CA PDF

MCQ CA PDF​

CA PDF Tamil

Descriptive CA PDF Tamil

One-Liner CA PDF Tamil

MCQ CA PDF Tamil

CA PDF Hindi

Descriptive CA PDF Hindi

One-Liner CA PDF Hindi

MCQ CA PDF Hindi

दिन की खबरें

Premium

National Tribal Health Conclave 2025: Advancing Inclusive Healthcare for Tribal India
New Client Special Offer

20% Off

Aenean leo ligulaconsequat vitae, eleifend acer neque sed ipsum. Nam quam nunc, blandit vel, tempus.