जुलाई 20, 2025 12:40 पूर्वाह्न

कुसुम-C योजना: कर्नाटक में किसानों को मिलेगा दिन में सौर बिजली

करेंट अफेयर्स: कुसुम-सी योजना 2025, कर्नाटक सौर कृषि नीति, किसानों को दिन में बिजली की आपूर्ति, सौर सबस्टेशन कर्नाटक, कृषि पंप सब्सिडी, स्मार्ट मीटर योजना कर्नाटक, पुनर्गठित वितरण क्षेत्र योजना, कर्नाटक अक्षय ऊर्जा लक्ष्य

KUSUM-C Scheme Boosts Karnataka’s Solar Farming Future

करंट अफेयर्स: कुसुम-C योजना 2025, कर्नाटक सौर कृषि नीति, किसानों को दिन में बिजली आपूर्ति, सौर उपकेंद्र, कृषि पंप सब्सिडी, स्मार्ट मीटर योजना कर्नाटक, RDS योजना, कर्नाटक नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य

किसानों को दिन में बिजली देने की पहल

कर्नाटक सरकार ने अपनी हरित ऊर्जा यात्रा में एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा शुरू की गई कुसुम-C योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को दिन के समय विश्वसनीय बिजली उपलब्ध कराना है। इससे सिंचाई बेहतर होगी, बिजली कटौती कम होगी, और बिजली का स्मार्ट उपयोग संभव होगा।

पारंपरिक ग्रिड या डीज़ल जनरेटर की बजाय, यह योजना सौर ऊर्जा का उपयोग करती है। कुल 389 उपकेंद्रों का सौरकरण किया जाएगा, जिससे 2,396 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होगा। इससे 1,555 कृषि फीडर और करीब 6.32 लाख पंप सेट लाभान्वित होंगे।

किसानों को भारी सब्सिडी

इस योजना को किसानों के लिए सस्ता बनाने के लिए सरकार ने ₹19,000 करोड़ की सब्सिडी की घोषणा की है। जो किसान सौर उत्पादन इकाई लगाना चाहते हैं, उन्हें 80% सब्सिडी (50% राज्य सरकार और 30% केंद्र सरकार से) मिलेगी।

इससे किसानों पर आर्थिक बोझ कम होगा और हरित ऊर्जा को अपनाने का रास्ता खुलेगा। साथ ही यह योजना गैरनवीकरणीय ऊर्जा पर निर्भरता को भी कम करेगी।

बिजली उत्पादन क्षमता में वृद्धि

कर्नाटक ने मौजूदा सरकार के कार्यकाल में 4,000 मेगावॉट बिजली क्षमता जोड़ी है। फिलहाल राज्य की कुल विद्युत क्षमता 35,000 मेगावॉट है, और इसे 2030 तक 60,000 मेगावॉट करने का लक्ष्य है।

यह केवल वर्तमान आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रयास नहीं है, बल्कि भविष्य की कृषि जरूरतों के लिए ऊर्जा सुनिश्चित करने की योजना है।

स्मार्ट मीटर से बेहतर निगरानी

ऊर्जा की बर्बादी एक छिपी हुई चुनौती है। इसे कम करने के लिए राज्य सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने की घोषणा की है, जो पुनर्गठित वितरण क्षेत्र योजना (RDS) का हिस्सा है।

इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार ऊर्जा अवसंरचना निर्माण पर 60% सब्सिडी दे रही है और प्रत्येक स्मार्ट मीटर के लिए ₹900 की सहायता प्रदान की जा रही है। यह ऊर्जा खपत पर निगरानी को बढ़ाएगा और बिजली चोरी पर अंकुश लगाएगा।

हरित लक्ष्य और ग्रामीण प्रभाव

स्थानीय स्तर पर सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने से गांवों को बड़े ग्रिड पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। पवगड़ा जैसे क्षेत्रों में सौर परियोजनाओं का विस्तार होगा। इससे प्रदूषण घटेगा, जीवाश्म ईंधन का उपयोग कम होगा, और बिजली की आपूर्ति स्थिर रहेगी।

इसके अलावा, गृह ज्योति योजना के तहत पहले से ही 1.64 लाख परिवारों को मुफ्त बिजली दी जा रही है, जिससे समावेशी विकास को बढ़ावा मिल रहा है।

स्थैतिक ‘Usthadian’ करंट अफेयर्स तालिका

विषय विवरण
योजना का नाम कुसुम-C योजना
लागू राज्य कर्नाटक
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया
सौर उपकेंद्र 389
उत्पादित बिजली 2,396 मेगावॉट
लाभान्वित कृषि फीडर 1,555
लाभान्वित पंप सेट 6.32 लाख
कृषि पंप सब्सिडी ₹19,000 करोड़
सौर पैनल सब्सिडी 80% (50% राज्य + 30% केंद्र)
वर्तमान बिजली क्षमता 35,000 मेगावॉट
2030 का लक्ष्य 60,000 मेगावॉट
स्मार्ट मीटर सब्सिडी ₹900 प्रति मीटर
मुफ्त बिजली योजना गृह ज्योति योजना
प्रमुख सौर जिला पवगड़ा

 

KUSUM-C Scheme Boosts Karnataka’s Solar Farming Future
  1. कुसुमसी योजना 2025 का उद्देश्य कर्नाटक के किसानों को विश्वसनीय दिन के समय बिजली उपलब्ध कराना है।
  2. योजना के तहत 389 सबस्टेशनों का सौरकरण किया जाएगा, जिससे करीब 2,396 मेगावाट स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन होगा।
  3. यह योजना राज्यभर के 1,555 कृषि फीडरों को लाभ पहुंचाएगी।
  4. लगभग 32 लाख कृषि पंप सेट अब सौरआधारित बिजली से संचालित होंगे।
  5. कर्नाटक सरकार ने पंप सेट स्थापना के लिए ₹19,000 करोड़ की सब्सिडी निर्धारित की है।
  6. सौर यूनिट लगाने वाले किसानों को 80% सब्सिडी (50% राज्य + 30% केंद्र) प्रदान की जाएगी।
  7. यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में डीज़ल और ग्रिड बिजली पर निर्भरता घटाने में सहायक है।
  8. हाल ही में राज्य सरकार ने 4,000 मेगावाट अतिरिक्त विद्युत क्षमता जोड़ी है।
  9. वर्तमान में कर्नाटक की कुल बिजली क्षमता 35,000 मेगावाट है।
  10. राज्य का लक्ष्य है कि 2030 तक 60,000 मेगावाट क्षमता प्राप्त की जाए।
  11. सरकारी कार्यालयों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं।
  12. हर स्मार्ट मीटर पर ₹900 की सब्सिडी दी जा रही है ताकि ऊर्जा उपयोग दक्ष हो सके।
  13. Revamped Distribution Sector Scheme (RDSS) स्मार्ट मीटर योजना को समर्थन दे रही है।
  14. डिजिटल ट्रैकिंग प्रणाली से ऊर्जा हानि और बिजली चोरी को रोका जा रहा है।
  15. ग्रामीण समुदायों को स्थानीय सौर ऊर्जा उत्पादन से सीधा लाभ मिलेगा।
  16. पावगड़ा जिले के सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट का आगे विस्तार किया जा रहा है।
  17. यह योजना किसानों को स्वच्छ, निर्बाध सिंचाई बिजली सुनिश्चित करती है।
  18. इससे कर्नाटक की गैरनवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता में कमी आएगी।
  19. गृह ज्योति योजना के तहत अब तक 64 लाख परिवारों को मुफ्त बिजली दी गई है।
  20. कुसुमसी पहल कर्नाटक की हरित ग्रामीण विकास की दिशा में बड़ी छलांग है।

Q1. मुख्यमंत्री सिद्धरामैया द्वारा शुरू की गई कर्नाटक की KUSUM-C योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?


Q2. कर्नाटक में KUSUM-C योजना के अंतर्गत कितने कृषि पंपसेट्स को लाभ मिलने की उम्मीद है?


Q3. इस योजना के अंतर्गत सौर ऊर्जा इकाइयाँ स्थापित करने वाले किसानों को कितनी प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है?


Q4. कर्नाटक का कौन-सा जिला, जो पहले से ही सौर पहलों के लिए जाना जाता है, इस योजना के अंतर्गत आगे विस्तार देखने वाला है?


Q5. कर्नाटक सरकार कार्यालयों में प्रीपेड स्मार्ट मीटर किस केंद्रीय योजना के तहत लागू कर रही है?


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