मत्स्य पालन में उत्कृष्टता के लिए सम्मान
कासरगोड जिला को केरल मत्स्य विभाग उत्कृष्टता पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान लोकप्रिय मत्स्य पालन परियोजना के तहत उल्लेखनीय प्रदर्शन और स्थानीय समुदायों की सहभागिता के लिए दिया गया, जिससे जिले की सतत जलकृषि नीतियों को राज्य स्तर पर मान्यता मिली।
सतत जलकृषि की दिशा में अग्रणी पहल
कासरगोड ने अंतर्देशीय मत्स्य उत्पादन, समुदाय आधारित परियोजनाओं, और जैवसंतुलन के साथ आर्थिक विकास के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन किया है। इस मॉडल ने यह सिद्ध किया है कि पर्यावरणीय संतुलन और आजीविका साथ-साथ संभव हैं।
Static GK Fact: केरल भारत के शीर्ष मछली उत्पादक राज्यों में शामिल है, और यहाँ की 220 से अधिक प्रजातियाँ समुद्री व अंतर्देशीय जल से प्राप्त होती हैं।
व्यक्तिगत स्तर पर किसान सम्मानित
कासरगोड के दो स्थानीय मछली पालकों को विशेष सम्मान मिला:
- रवि पी.पी. (पडन्ना) – बैकवाटर फिश सीड प्रोडक्शन श्रेणी में राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
- सी पर्ल एक्वाफार्म (कुंबला) – नवाचार आधारित मत्स्य पालन श्रेणी में तीसरा स्थान प्राप्त किया।
ये उपलब्धियाँ स्थानीय नवाचार और उद्यमशीलता के ज़रिए मत्स्य पालन में हो रही सकारात्मक क्रांति को दर्शाती हैं।
स्थानीय नेतृत्व की प्रभावशाली भूमिका
जिला कलेक्टर के. इनबासेकर ने इस सफलता का श्रेय विभागीय समन्वय और सामूहिक भागीदारी को दिया। मत्स्य उपनिदेशक के.ए. लबिब की रणनीति और मार्गदर्शन को विशेष सराहना मिली, जिन्होंने इस परियोजना को नीतिगत दिशा और अमल प्रदान किया।
Static GK Tip: भारत में मत्स्य क्षेत्र राष्ट्रीय GDP में लगभग 1.24% योगदान देता है और 1.4 करोड़ से अधिक लोगों की आजीविका को सहारा देता है।
राज्य स्तर पर लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन
यह पहला अवसर नहीं है जब कासरगोड ने राज्य स्तरीय सम्मान प्राप्त किया हो। पहले भी इस जिले को:
- मात्स्य किसान पुरस्कार (Matsya Karshaka Award)
- राज्य जैवविविधता पुरस्कार 2023 में Best BMC Award
प्राप्त हो चुका है। इसके अलावा, कासरगोड जिला पंचायत BMS भारत का पहला निकाय बना जिसने जिले का आधिकारिक वृक्ष, फूल और पक्षी घोषित किया — एक जैवविविधता जागरूक जिले के रूप में।
मत्स्य विकास का आदर्श मॉडल
कासरगोड की यह सफलता अन्य जिलों के लिए प्रेरणादायक मॉडल प्रस्तुत करती है। नवाचार, समुदाय की भागीदारी और जैव विविधता संरक्षण के संतुलन के साथ, यह जिला केरल की मत्स्य नीति और जलकृषि क्रांति का मार्गदर्शक बन गया है।
Static Usthadian Current Affairs Table (हिंदी संस्करण)
विषय | विवरण |
पुरस्कार शीर्षक | केरल मत्स्य विभाग उत्कृष्टता पुरस्कार 2025 |
सम्मानित जिला | कासरगोड, केरल |
मान्यता प्राप्त परियोजना | लोकप्रिय मत्स्य पालन परियोजना |
व्यक्तिगत पुरस्कार विजेता | रवि पी.पी. – 2रा स्थान (बैकवाटर फिश सीड प्रोडक्शन) |
संगठन पुरस्कार विजेता | सी पर्ल एक्वाफार्म, कुंबला – 3रा स्थान (नवाचार) |
जिला कलेक्टर | के. इनबासेकर |
मत्स्य अधिकारी | के.ए. लबिब (उपनिदेशक) |
पूर्व सम्मान | मात्स्य किसान पुरस्कार, Best BMC Award 2023 |
जैवविविधता पहचान | जिला वृक्ष, फूल और पक्षी घोषित करने वाला पहला जिला |
राज्य योगदान | जलकृषि नवाचार और समुदाय आधारित मत्स्य नीति |