जुलाई 17, 2025 3:15 पूर्वाह्न

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पराग जैन बने नए RAW प्रमुख

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Parag Jain becomes new RAW Chief after Operation Sindoor success

RAW की बागडोर संभालते पराग जैन

पंजाब कैडर के 1989 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पराग जैन को भारत की बाहरी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है। वे रवि सिन्हा का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल 30 जून 2025 को समाप्त हो गया। यह नियुक्ति जम्मूकश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की प्रतिक्रियाऑपरेशन सिंदूर में जैन की निर्णायक भूमिका को मान्यता देती है।

ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की जान गई। जांच में पता चला कि हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकी गुटों का हाथ था। इसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर नामक एक बहुएजेंसी आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया।

इस ऑपरेशन में पाकअधिकृत क्षेत्रों में सटीक हवाई और ज़मीनी कार्रवाई की गई, जिसे एविएशन रिसर्च सेंटर (ARC) द्वारा रियलटाइम इंटेलिजेंस से निर्देशित किया गया। 10 मई 2025 को तनावपूर्ण चार दिनों के बाद सीज़फायर हुआ। उस समय ARC के प्रमुख पराग जैन की भूमिका निर्णायक रही।

स्थैतिक जानकारी: RAW की स्थापना 1968 में भारत-चीन युद्ध के बाद की गई थी, ताकि एक मज़बूत बाह्य खुफिया तंत्र विकसित किया जा सके।

पराग जैन की आईपीएस यात्रा

जैन ने पंजाब के आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में SSP से DIG तक के रूप में कार्य किया। 1990 के दशक में उनके कई आतंकवाद विरोधी अभियानों ने उन्हें जमीनी खुफिया रणनीति में विशेषज्ञ बना दिया।

RAW में दो दशक का अनुभव

जैन ने RAW में 20 वर्षों से अधिक सेवा दी, मुख्य रूप से पाकिस्तान डेस्क पर। उन्होंने आतंकी फंडिंग, जासूसी नेटवर्क, और सीमापार अभियानों की निगरानी की। उन्होंने श्रीलंका और कनाडा में भी सेवा दी, जहाँ उन्होंने खालिस्तानी गतिविधियों और प्रवासी कट्टरपंथ पर नज़र रखी।

स्थैतिक जानकारी: RAW के अधिकारी अक्सर कूटनीतिक कवर के तहत विदेशों में तैनात रहते हैं, ताकि मेज़बान देश के साथ खुफिया समन्वय किया जा सके।

ARC में तकनीकी नेतृत्व

RAW प्रमुख बनने से पहले जैन एविएशन रिसर्च सेंटर (ARC) के निदेशक थे, जो ड्रोन इंटेलिजेंस, उपग्रह इमेज विश्लेषण, और सिग्नल इंटरसेप्शन जैसे तकनीकी कार्यों में माहिर है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ARC की उच्चरिज़ोल्यूशन इमेजिंग और सीमित लक्ष्यभेदन क्षमता अत्यंत सहायक रही।

नई चुनौतियों के साथ नई भूमिका

1 जुलाई 2025 से दो साल के कार्यकाल के लिए RAW प्रमुख बने जैन अब सीमापार आतंकवाद, साइबर युद्ध, और प्रवासी चरमपंथ जैसी नई चुनौतियों का सामना करेंगे। उनका तकनीकी कौशल और खुफिया अनुभव अब भारत की खुफिया नीति को AI-आधारित निगरानी और सक्रिय कार्रवाई की ओर ले जाएगा।

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तथ्य विवरण
RAW प्रमुख (2025) पराग जैन
पूर्व प्रमुख रवि सिन्हा
कैडर और बैच पंजाब कैडर, 1989 बैच आईपीएस
संबंधित ऑपरेशन ऑपरेशन सिंदूर
प्रमुख घटना पहलगाम आतंकी हमला – 22 अप्रैल 2025
RAW स्थापना वर्ष 1968
ARC पूरा नाम एविएशन रिसर्च सेंटर
संघर्षविराम तिथि 10 मई 2025
अंतरराष्ट्रीय तैनाती कनाडा (खालिस्तानी मॉड्यूल ट्रैकिंग)
कार्यकाल अवधि 1 जुलाई 2025 से दो वर्ष
Parag Jain becomes new RAW Chief after Operation Sindoor success
  1. पंजाब कैडर के 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी पराग जैन को नया रॉ प्रमुख नियुक्त किया गया है।
  2. वे रवि सिन्हा की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 30 जून, 2025 को समाप्त हो रहा है।
  3. जैन की नियुक्ति ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद हुई है, जो पहलगाम आतंकी हमले के बाद एक गुप्त जवाबी हमला था।
  4. 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम हमले में 26 नागरिक मारे गए थे।
  5. ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में सटीक हमले किए गए थे।
  6. एआरसी प्रमुख के रूप में जैन ने ऑपरेशन के लिए महत्वपूर्ण वास्तविक समय हवाई निगरानी प्रदान की।
  7. कई दिनों तक तनाव बढ़ने के बाद 10 मई, 2025 को युद्ध विराम की घोषणा की गई।
  8. रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) की स्थापना 1968 में भारत-चीन युद्ध के बाद की गई थी।
  9. जैन ने रॉ में 20 साल से ज़्यादा समय तक काम किया, ज़्यादातर समय पाकिस्तान डेस्क पर।
  10. उन्होंने आतंकवाद के वित्तपोषण, जासूसी और सीमा पार से होने वाले खतरों पर नज़र रखी है।
  11. जैन के शुरुआती IPS करियर में 1990 के दशक में पंजाब में आतंकवाद विरोधी अभियान शामिल थे।
  12. उन्होंने श्रीलंका और कनाडा में भी काम किया, जहाँ उन्होंने प्रवासी-संबंधी चरमपंथ की निगरानी की।
  13. जैन ने विदेशों में खालिस्तानी मॉड्यूल की पहचान करने में अहम भूमिका निभाई।
  14. ARC में, उन्होंने खुफिया जानकारी जुटाने में ड्रोन और सैटेलाइट इमेजिंग के एकीकरण का नेतृत्व किया।
  15. ARC का मतलब है एविएशन रिसर्च सेंटर, जो रॉ की एक तकनीकी शाखा है।
  16. रॉ के अधिकारी अक्सर विदेशी दूतावासों में राजनयिक कवर के तहत काम करते हैं।
  17. जैन का दो साल का कार्यकाल 1 जुलाई, 2025 से शुरू होगा।
  18. उनका नेतृत्व ऐसे समय में हुआ है जब साइबर खतरे और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद बढ़ रहे हैं।
  19. जैन के नेतृत्व में एआई-आधारित निगरानी और वास्तविक समय की खुफिया जानकारी पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है।
  20. तकनीकी कौशल, जमीनी अनुभव और सीमा पार संचालन का उनका मिश्रण रॉ के अगले अध्याय को परिभाषित करने के लिए तैयार है।

Q1. 2025 में किस IPS अधिकारी को नए RAW प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया है?


Q2. अप्रैल 2025 में ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत किस प्रमुख घटना के कारण हुई?


Q3. RAW प्रमुख बनने से पहले पराग जैन RAW के किस विभाग का नेतृत्व कर रहे थे?


Q4. ऑपरेशन सिंदूर के बाद युद्धविराम कब हुआ?


Q5. रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) की स्थापना किस वर्ष की गई थी?


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