भारत के आसमान को जोड़ने वाली योजना
2016 में शुरू हुई उड़ान योजना ने भारत में हवाई यात्रा को पूरी तरह से नया रूप दिया। “उड़े देश का आम नागरिक“ के संक्षिप्त नाम वाली इस योजना का उद्देश्य था कि आम नागरिक के लिए हवाई यात्रा सुलभ और किफायती बने। यह योजना विशेष रूप से टियर-2 और टियर-3 शहरों को महानगरों से जोड़ने के लिए बनाई गई थी। 27 अप्रैल 2025 को यह योजना 8 वर्षों की सफलता पूरी कर चुकी है और अब तक सैकड़ों नए रूट पर सेवा दे चुकी है।
योजना का ढांचा: फंडिंग, किराया सीमा और साझेदारी
उड़ान की सफलता का आधार है वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) मॉडल। इस मॉडल के तहत सरकार ऐसे रूट पर उड़ान भरने वाली एयरलाइनों को सब्सिडी देती है, जो व्यवसायिक रूप से लाभदायक नहीं होते। इससे टिकट की कीमत आम नागरिक के लिए लगभग ₹2,500 प्रति घंटे की सीमा में रहती है।
एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI), नागरिक उड्डयन मंत्रालय, राज्य सरकारें और निजी कंपनियाँ मिलकर इस योजना को लागू करती हैं। ईंधन पर टैक्स छूट और हवाई अड्डों पर पार्किंग शुल्क माफ़ किए जाते हैं, जिससे सभी भागीदारों को लाभ होता है।
उड़ान के चरण: विकास की उड़ान
पहली उड़ान शिमला से दिल्ली के लिए 27 अप्रैल 2017 को उड़ान 1.0 के तहत भरी गई थी। इसके बाद हुए प्रत्येक चरण में प्रमुख नवाचार जोड़े गए:
- उड़ान0 (2018): हेलिपैड और दूरस्थ हवाईअड्डों को जोड़ा गया।
- उड़ान0 (2019): पर्यटन रूट और सीप्लेन सेवा शामिल हुई।
- उड़ान0 (2020): पर्वतीय राज्यों, द्वीपों और पूर्वोत्तर को जोड़ा गया।
- 2025 में: योजना का पुनर्गठन कर 120 नए गंतव्यों और 4 करोड़ नए यात्रियों को जोड़ने की तैयारी की जा रही है।
समावेशिता और नवाचार की पहल
उड़ान यात्री कैफे जैसी पहल ने यात्रियों के लिए ₹10 में चाय और ₹20 में समोसा जैसे किफायती विकल्प दिए हैं।
कृषि उड़ान योजना किसानों के लिए वरदान बनी है, खासकर पूर्वोत्तर और जनजातीय क्षेत्रों में, जहाँ जल्दी खराब होने वाले कृषि उत्पादों की वायु-परिवहन से ढुलाई होती है।
सीप्लेन सेवाओं को भी उन्नत सुरक्षा दिशानिर्देशों के साथ जोड़ा गया है, जिससे दूरस्थ क्षेत्रों को आर्थिक केंद्रों से जोड़ा जा सके।
आगे की दिशा: व्यापक पहुँच और हरित विकास
सरकार अगले 5 वर्षों में 50 नए हवाई अड्डे विकसित करने की योजना पर काम कर रही है। जैसे-जैसे अधिक नागरिक सुलभ हवाई यात्रा का लाभ उठाएंगे, उड़ान एक योजना नहीं, बल्कि आकांक्षी भारत का प्रतीक बन जाएगा।
STATIC GK SNAPSHOT
विषय | विवरण |
उड़ान योजना का पूर्ण रूप | उड़े देश का आम नागरिक |
शुरुआत की तिथि | 21 अक्टूबर 2016 |
पहली उड़ान | शिमला से दिल्ली (27 अप्रैल 2017) |
योजना का प्रकार | क्षेत्रीय संपर्क योजना (RCS) |
कार्यान्वयन संस्था | नागरिक उड्डयन मंत्रालय, AAI |
फंडिंग मॉडल | वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) |
किराया सीमा | लगभग ₹2,500 प्रति 1 घंटे की उड़ान |
विशेष पहल | कृषिउड़ान योजना (कृषि उत्पाद परिवहन हेतु) |
अब तक के चरण | 4 पूर्ण + पुनर्गठित उड़ान प्रक्रिया में |
भविष्य की योजना | 50 नए एयरपोर्ट, 120 नए गंतव्य, 4 करोड़ यात्री |