पत्रकारिता की एक दीर्घ यात्रा का सम्मान
18 जून 2025 को भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय को सम्मानित किया गया। यह विशेष समारोह दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन गृह मंत्रालय द्वारा किया गया था, जिसमें भारतीय पत्रकारिता, संस्कृति और साहित्य के क्षेत्र में श्री राय के योगदान को श्रद्धांजलि दी गई।
अलग समारोह क्यों आयोजित किया गया?
यह पुरस्कार सामान्यतः राष्ट्रपति भवन में प्रदान किया जाता है, लेकिन श्री राय की अनुपस्थिति के कारण इसे एक अलग समारोह में सौंपा गया। पुरस्कार में एक पदक और राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित प्रशस्ति पत्र शामिल था, जिसे गृह मंत्रालय के महानिदेशक श्री सतपाल चौहान ने प्रदान किया। यह आयोजन भारतीय नागरिक सम्मानों की समावेशिता और सम्मान का प्रतीक बना।
पत्रकार से अधिक एक सांस्कृतिक स्तंभ
राम बहादुर राय केवल पत्रकार नहीं बल्कि एक राष्ट्रीय चिंतक हैं। वे IGNCA ट्रस्ट के अध्यक्ष और SGT विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में भी कार्यरत हैं। उन्होंने जंसत्ता, नवभारत टाइम्स और यथावत जैसे प्रमुख प्रकाशनों में संपादकीय नीति को आकार दिया है। उनके लेखन में मीडिया नैतिकता, राष्ट्रीय विचारधारा और बौद्धिक मंथन की स्पष्ट झलक मिलती है।
भारतीय राजनीतिक इतिहास से गहरा संबंध
पत्रकारिता में आने से पहले श्री राय जेपी आंदोलन से जुड़े थे और आपातकाल के दौरान MISA के तहत जेल भी गए थे। यह तथ्य उन्हें भारतीय लोकतांत्रिक संघर्षों से जोड़ता है, जिससे उनका सम्मान इतिहास की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बनता है।
लेखन जिसने सोच को प्रभावित किया
उन्होंने “मंज़िल से ज़्यादा सफ़र“, “रहबरी के सवाल“ और “काली खबरों की कहानी“ जैसी किताबें लिखीं हैं। ये पुस्तकें केवल रिपोर्टिंग नहीं बल्कि भारतीय राजनीति और पत्रकारिता पर गहरा विश्लेषण प्रस्तुत करती हैं।
पहले मिले प्रमुख सम्मान
श्री राय को वर्ष 2015 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। उन्हें गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान, माधवराव सप्रे पुरस्कार और हिंदी रत्न सम्मान भी मिल चुके हैं, जो उनके निरंतर योगदान को दर्शाता है।
विचारों का सम्मान
समारोह में नजीब जंग, संतोष भारतीया, और हेमंत शर्मा जैसे प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया और श्री राय को मार्गदर्शक, प्रेरणास्रोत, तथा सत्य के पक्षधर के रूप में स्मरण किया। एक जीवनी लेखन का सुझाव भी सामने आया, जो उनके जीवन को अगली पीढ़ियों तक पहुंचाने का संकेत देता है।
Static GK Snapshot (हिंदी में)
विषय | विवरण |
प्रदान किया गया पुरस्कार | पद्म भूषण |
सम्मान समारोह की तिथि | 18 जून 2025 |
स्थान | IGNCA, नई दिल्ली |
सम्मान हेतु क्षेत्र | पत्रकारिता, साहित्य, सार्वजनिक विमर्श |
आयोजनकर्ता | गृह मंत्रालय |
पुरस्कार प्रदान करने वाले | श्री सतपाल चौहान, महानिदेशक, गृह मंत्रालय |
पत्रकारिता में अनुभव | 40 वर्षों से अधिक |
शैक्षणिक पृष्ठभूमि | एम.ए. (अर्थशास्त्र), बनारस हिंदू विश्वविद्यालय |
ऐतिहासिक भूमिका | जेपी आंदोलन, आपातकाल में MISA के तहत जेल |
प्रमुख पद | IGNCA ट्रस्ट अध्यक्ष, SGT यूनिवर्सिटी के कुलपति |
चर्चित पुस्तकें | मंज़िल से ज़्यादा सफ़र, रहबरी के सवाल, काली खबरों की कहानी |
अन्य सम्मान | पद्म श्री (2015), गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान |