डिजिटल मैपिंग में इंडिया पोस्ट का बड़ा कदम
भारत ने सटीक शासन और डिजिटल सेवाओं की दिशा में एक और प्रगति करते हुए “Know Your DIGIPIN” और “Know Your PIN Code” नामक दो नए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किए हैं। डाक विभाग द्वारा 27 मई 2025 को लॉन्च किए गए ये उपकरण पता प्रणाली को अधिक स्मार्ट और सटीक बनाने के उद्देश्य से लाए गए हैं। यह सिर्फ एक तकनीकी अपग्रेड नहीं, बल्कि पता प्रबंधन प्रणाली में एक क्रांतिकारी बदलाव है।
Know Your DIGIPIN कैसे काम करता है?
यह प्लेटफॉर्म आपके फोन के जियोलोकेशन डेटा की मदद से एक अद्वितीय डिजिटल पता (DIGIPIN) प्रदान करता है। उपयोगकर्ता अक्षांश और देशांतर (Latitude-Longitude) दर्ज कर के भी पता पा सकते हैं। इस प्रणाली को IIT हैदराबाद और NRSC-ISRO की मदद से ओपन–सोर्स और इंटरऑपरेबल ग्रिड सिस्टम के तहत विकसित किया गया है।
चाहे कोई डिलीवरी एजेंट दूर–दराज के पते की तलाश में हो या आपदा प्रबंधन टीम को सटीक स्थान की जानकारी चाहिए हो, DIGIPIN पारंपरिक पिन कोड से ज्यादा सटीकता देता है। यह पूरी प्रणाली राष्ट्रीय भू–स्थानिक नीति 2022 के अनुरूप है, जो सार्वजनिक सेवाओं में तकनीक के बेहतर उपयोग को बढ़ावा देती है।
पुराना पिन कोड अब हुआ डिजिटल
1972 में शुरू हुआ 6 अंकों का PIN Code सिस्टम अब एक डिजिटल अवतार में आ गया है। “Know Your PIN Code” प्लेटफ़ॉर्म GNSS (ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम) की मदद से उपयोगकर्ता की सटीक लोकेशन के आधार पर उपयुक्त पिन कोड बताता है।
इस प्रणाली में उपयोगकर्ता से फीडबैक भी लिया जाता है, जिससे पिन कोड की सीमा और क्षेत्राधिकार को बेहतर बनाया जा सके। यह समुदाय–आधारित और गतिशील प्रणाली ओपन गवर्नमेंट डेटा प्लेटफ़ॉर्म और GitHub पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध भी है।
यह पहल केवल डिलीवरी से आगे क्यों है?
यह सिर्फ तेज़ डिलीवरी के लिए नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य हर नागरिक तक सेवाओं की सटीक पहुंच सुनिश्चित करना है, खासकर ग्रामीण और दूर–दराज़ के क्षेत्रों में। ये टूल डिजिटल इंडिया को अधिक समावेशी बनाते हैं और सभी सरकारी व निजी संस्थानों के लिए क पता प्रारूप प्रदान करते हैं।
आपदा या आपातकाल के समय में सटीक पता डेटा जान बचा सकता है। इसलिए ये प्लेटफ़ॉर्म केवल तकनीकी समाधान नहीं हैं, बल्कि जन–हितकारी शासन व्यवस्था का हिस्सा हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
पैरामीटर | विवरण |
लॉन्च तिथि | 27 मई 2025 |
लॉन्च संस्थान | डाक विभाग, संचार मंत्रालय |
प्रमुख प्लेटफ़ॉर्म | Know Your DIGIPIN, Know Your PIN Code |
तकनीकी भागीदार | IIT हैदराबाद, NRSC (ISRO) |
नीति आधार | राष्ट्रीय भू-स्थानिक नीति 2022 |
उद्देश्य | सटीक पता, बेहतर शासन, आपदा सहायता |
डेटा उपलब्धता | GitHub, Open Government Data Platform |
मूल PIN प्रणाली की शुरुआत | 1972 |
नई प्रणाली का स्वरूप | ग्रिड-आधारित, भू-स्थानिक डिजिटल पता (DIGIPIN) |
टूल की विशेषता | लोकेशन मैपिंग, डिजिटल समावेशन, फीडबैक आधारित |