भारत में एआई का नया युग
भारत सरकार ने 2024 में इंडियाAI मिशन की शुरुआत करके कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) क्षेत्र में एक साहसिक और दूरदर्शी कदम उठाया है। इसका उद्देश्य है भारत के लिए उपयुक्त, स्थानीय ज़रूरतों के अनुसार ढाले गए एआई समाधान विकसित करना। इस मिशन की मुख्य सोच है—AI को लोकतांत्रिक बनाना, यानी इसे शोधकर्ताओं, स्टार्टअप्स और छात्रों सहित सभी के लिए सुलभ बनाना।
यह मिशन इस बात पर ज़ोर देता है कि भारत को ऐसी AI चाहिए जो स्थानीय भाषाएं समझे, विविधता को पहचान सके, और स्थानीय समस्याओं का हल दे सके।
इंडियाAI के सात मुख्य स्तंभ
एआई कंप्यूट का विस्तार
भारत में AI प्रशिक्षण के लिए 15,916 नए GPU जोड़े गए हैं, जो पहले से मौजूद 18,417 GPU के नेटवर्क को और मज़बूत बनाते हैं। यह एक साझा सुपरकंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म की तरह काम करेगा।
उत्कृष्टता केंद्र (CoEs)
दिल्ली में तीन AI उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए गए हैं:
- स्वास्थ्य सेवा
- कृषि
- सतत शहरी समाधान
इन क्षेत्रों में भारत को स्मार्ट और स्केलेबल समाधान की तुरंत आवश्यकता है।
देशज डेटा तक पहुँच
AI के लिए गुणवत्ता वाला डेटा अत्यंत आवश्यक होता है। AI कोश नामक प्लेटफॉर्म पर 367 से अधिक भारतीय डेटा सेट उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे स्टार्टअप्स और शोधकर्ता बेहतर भारतीय उपयोग मामलों पर काम कर सकें।
भारतीय भाषा मॉडल – सर्वम-1
सर्वम-1 भारत का पहला बड़ा भाषा मॉडल (LLM) है जो हिंदी, तमिल, बंगाली जैसी देशी भाषाओं को समझने और संवाद करने में सक्षम है। यह भारत का अपना ChatGPT कह सकते हैं।
स्टार्टअप को प्रोत्साहन
भारत सरकार तीन भारतीय स्टार्टअप्स को देशी फाउंडेशन मॉडल विकसित करने के लिए आर्थिक सहायता दे रही है। इससे तकनीक पर आत्मनिर्भरता और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
चुनौतियाँ भी हैं
- भारी लागत: AI इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में भारी निवेश लगता है
- सिर्फ भाषा मॉडल पर ध्यान से विज़न, रोबोटिक्स जैसे क्षेत्रों की अनदेखी हो सकती है
- भेदभाव और पारदर्शिता: वैश्विक LLMs में लैंगिक और क्षेत्रीय पूर्वाग्रह देखने को मिले हैं
- ऊर्जा की खपत: पेरिस AI शिखर सम्मेलन में एआई के कार्बन फुटप्रिंट पर चिंता जताई गई
सुरक्षित और उत्तरदायी AI का रास्ता
AI को तेज़ ही नहीं, बल्कि सुरक्षित और समावेशी तरीके से विकसित किया जाना चाहिए। भारत सरकार द्वारा AI सेफ्टी संस्थान स्थापित करने की योजना महत्वपूर्ण होगी—जो मानक तय करें, पारदर्शिता सुनिश्चित करें, और तकनीक का दुरुपयोग रोकें।
क्योंकि AI का उद्देश्य सशक्तिकरण है, भेदभाव नहीं।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
मिशन की शुरुआत | 2024, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा |
कार्यान्वयन संस्था | इंडियाAI |
GPU विस्तार | 15,916 नए GPU, पहले से मौजूद 18,417 के साथ |
उत्कृष्टता केंद्र | 3 केंद्र: स्वास्थ्य, कृषि, सतत शहर (नई दिल्ली) |
डेटा प्लेटफॉर्म | 367+ डेटा सेट AI कोश पर अपलोड |
देशज मॉडल | सर्वम-1 – भारतीय भाषाओं के लिए LLM |
स्टार्टअप समर्थन | 3 स्टार्टअप को फाउंडेशन मॉडल विकसित करने के लिए फंडिंग |
वैश्विक चिंता | पेरिस AI सम्मेलन में ऊर्जा कुशल AI पर बल |
मुख्य चुनौतियाँ | पूर्वाग्रह, पारदर्शिता, लागत, केवल LLM पर फोकस |
Static GK तथ्य | MeitY की स्थापना 2016 में संचार और IT मंत्रालय से पृथक होकर हुई थी |