जुलाई 18, 2025 1:49 अपराह्न

आरबीआई का यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस: डिजिटल ऋण सुविधा में क्रांतिकारी बदलाव

चालू घटनाएं: आरबीआई एकीकृत ऋण इंटरफेस 2025, यूएलआई ऋण वितरण ₹38000 करोड़, भारत में डिजिटल ऋण प्रणाली, आरबीआई प्लग एंड प्ले प्लेटफ़ॉर्म, फिनटेक और आरबीआई सहयोग, किसान क्रेडिट कार्ड डिजिटल ऋण, भारत का डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI), स्थैतिक सामान्य ज्ञान यूपीएससी टीएनपीएससी एसएससी बैंकिंग परीक्षाओं के लिए

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डिजिटल लेंडिंग के एक नए युग की शुरुआत

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने अगस्त 2023 में यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस (ULI) नामक एक उन्नत डिजिटल ऋण प्लेटफॉर्म की शुरुआत की। अब तक इस प्रणाली के ज़रिए ₹38,000 करोड़ से अधिक के 7.5 लाख ऋण वितरित किए जा चुके हैं। ULI का लक्ष्य विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों और पहली बार ऋण लेने वालों के लिए ऋण प्राप्ति को सरल, पारदर्शी और लोकतांत्रिक बनाना है।

ULI क्या है?

ULI एक केंद्रीकृत डिजिटल इंटरफेस है जो बैंकों, NBFCs और अन्य वित्तीय संस्थानों को विभिन्न API आधारित डेटा प्रदाताओं से जोड़ता है। यह एक प्लग एंड प्लेमॉडल पर आधारित है, जहाँ भूमि रिकॉर्ड, सैटेलाइट इमेज, बिजली और पानी के बिल जैसे डेटा त्वरित रूप से ऋणदाता तक पहुँचते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य है कि कर्ज प्रक्रिया को तेज, पेपरलेस और वस्तुनिष्ठ बनाया जाए।

आम उधारकर्ताओं के लिए आसान कर्ज प्रक्रिया

ULI के ज़रिए अब एक छोटा दुकानदार, डेयरी किसान या सीमांत कृषक भी अपने डिजिटल डेटा फुटप्रिंट (जैसे दूध भुगतान, भूमि स्वामित्व या मोबाइल लेन-देन) के आधार पर अपनी ऋण पात्रता की जांच कर सकता है। इससे उन लोगों को ऋण प्राप्त होगा जिनके पास औपचारिक क्रेडिट इतिहास नहीं है, जिससे वित्तीय समावेशन को नई गति मिलेगी।

डेटा इंटीग्रेशन मॉडल बनाता है ULI को अद्वितीय

ULI की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है इसका मल्टीसोर्स डेटा इंटीग्रेशन। यह कृषि रिकॉर्ड, बैंकिंग व्यवहार, सैटेलाइट निगरानी और यूटिलिटी भुगतान जैसे विविध स्रोतों से डेटा संकलित करता है, जिससे ऋण प्रक्रिया स्वत: और पारदर्शी हो जाती है। इससे जांच की लागत और समय में भारी कमी आती है।

फिनटेक और पारंपरिक बैंकों के लिए नया अवसर

ULI फिनटेक स्टार्टअप्स को कई बैंकों से जोड़ने की अनुमति देता है, जिससे वे कस्टमाइज्ड ऋण उत्पाद तैयार कर सकते हैं। वहीं पारंपरिक बैंक भी इस मॉडल से लाभान्वित होते हैं — जोखिम मूल्यांकन बेहतर होता है, ऑपरेशनल लागत घटती है और सेवा वितरण में तेजी आती है।

डिजिटल क्रेडिट की पहुँच का विस्तार

RBI की भविष्य की योजना है कि ULI का विस्तार किसान क्रेडिट कार्ड, आवास ऋण और सूक्ष्म उद्यम ऋण जैसे क्षेत्रों में किया जाए। इसका लक्ष्य है कि हर नागरिक को औपचारिक वित्त प्रणाली से जोड़ा जाए, विशेष रूप से गांव, छोटे शहरों और महिला उद्यमियों को।

डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का एक नया स्तंभ

ULI को आधार और UPI की तरह भारत के डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI) का अगला स्तंभ माना जा रहा है। जहाँ आधार ने पहचान को सरल किया और UPI ने भुगतान को तीव्र, वहीं ULI का उद्देश्य है कि ऋण प्रक्रिया को डिजिटल, पारदर्शी और सुलभ बनाया जाए।

Static GK Snapshot

विषय विवरण
प्लेटफॉर्म का नाम यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस (ULI)
शुरू किया भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI)
पायलट लॉन्च अगस्त 2023
वितरित ऋण ₹38,000 करोड़ (7.5 लाख ऋण)
प्रमुख विशेषताएँ API आधारित डेटा, पेपरलेस प्रक्रिया, डिजिटल क्रेडिट प्रोफाइल
लाभार्थी वर्ग किसान, डेयरी किसान, सूक्ष्म व्यवसायी, ग्रामीण क्षेत्र
विस्तार योजनाएँ किसान क्रेडिट कार्ड, आवास ऋण, सूक्ष्म उद्यम ऋण
DPI के तहत भूमिका पारदर्शिता, वित्तीय समावेशन, डेटा इंटरऑपरेबिलिटी
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  1. भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफ़ेस (ULI) की शुरुआत भारत में डिजिटल ऋण प्रणाली को बदलने के उद्देश्य से की।
  2. अगस्त 2023 में पायलट लॉन्च के बाद से, ULI के जरिए ₹38,000 करोड़ के5 लाख से अधिक ऋण वितरित किए गए हैं।
  3. ULI पहली बार ऋण लेने वालों और ग्रामीण उधारकर्ताओं के लिए सुलभ ऋण पहुंच प्रदान करता है।
  4. यह प्लेटफ़ॉर्म बैंकों और वित्तीय संस्थानों को स्टैंडर्ड API के माध्यम से जोड़ता है।
  5. ULI काप्लग एंड प्लेसिस्टम ऋणदाताओं को वित्तीय और गैरवित्तीय डेटा तेजी से प्राप्त करने की सुविधा देता है।
  6. ULI के लिए डेटा स्रोतों में भूमि अभिलेख, उपग्रह चित्र और कृषि रिकॉर्ड शामिल हैं।
  7. यह प्रणाली कम कागजी कार्यवाही के साथ तेज और डेटाआधारित निर्णय को संभव बनाती है।
  8. डेयरी किसान और छोटे दुकानदार अब डिजिटल गतिविधियों के आधार पर ऋण प्राप्त कर सकते हैं।
  9. ULI रियलटाइम और सत्यापन योग्य डेटा के माध्यम से डिजिटल क्रेडिट प्रोफाइल तैयार करता है, भले ही उधारकर्ता की कोई पूर्व क्रेडिट हिस्ट्री न हो।
  10. स्वचालित अंडरराइटिंग मॉडल पारदर्शी और कुशल ऋण स्वीकृति प्रक्रिया सुनिश्चित करते हैं।
  11. ULI फिनटेक स्टार्टअप्स को अनेक ऋणदाताओं के साथ सहज रूप से सहयोग करने की सुविधा देता है।
  12. पारंपरिक बैंकों को इससे मापकता (scalability) और मानकीकरण का लाभ मिलता है, जिससे लागत और जोखिम में कमी आती है।
  13. ULI अब किसान क्रेडिट कार्ड, गृह ऋण और सूक्ष्म उद्यम ऋण के लिए भी सहायता का विस्तार करेगा।
  14. RBI का लक्ष्य है कि ULI के माध्यम से सभी को औपचारिक ऋण प्रणाली में लाया जाए।
  15. ULI, भारत की डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (Digital Public Infrastructure – DPI) रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
  16. इंटरऑपरेबिलिटी और डेटा पारदर्शिता ULI के डिज़ाइन के प्रमुख सिद्धांत हैं।
  17. ULI का उद्देश्य ऋण वितरण प्रणाली को उसी प्रकार पुनर्गठित करना है जैसा आधार और UPI ने भुगतान प्रणाली में किया
  18. इसकी शून्यकागज़ प्रणाली (Zero-paper Process) ऋण प्रक्रिया में प्रशासनिक अड़चनों को घटाती है।
  19. ULI वित्तीय समावेशन और समाज के सभी वर्गों को समान ऋण पहुंच देने को प्रोत्साहित करता है।
  20. इस प्लेटफ़ॉर्म का डेटा सिलोज़ को खत्म करने पर ध्यान, बेहतर क्रेडिट जोखिम मूल्यांकन सुनिश्चित करता है।

Q1. यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस (ULI) का पायलट चरण कब शुरू हुआ था?


Q2. 2025 की शुरुआत तक ULI के माध्यम से कितनी ऋण राशि वितरित की गई थी?


Q3. ULI में रीयल-टाइम ट्रेसबिलिटी को समर्थन देने वाली तकनीक क्या है?


Q4. ULI की डिजिटल ऋण प्रणाली से किन क्षेत्रों को सबसे अधिक लाभ होता है?


Q5. ULI किस व्यापक राष्ट्रीय रणनीति का हिस्सा है?


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