PMML को मिला नया नेतृत्व
हाल ही में अश्विनी लोहानी को प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (PMML) का नया निदेशक नियुक्त किया गया है। यह फैसला मंत्रिमंडलीय नियुक्ति समिति द्वारा 4 जून 2025 को लिया गया, जिससे इस प्रतिष्ठित संस्था में एक नया नेतृत्व अध्याय शुरू हुआ। वे लिली पांडेया की जगह ले रहे हैं, जो अंतरिम निदेशक के रूप में कार्यरत थीं।
उनका कार्यकाल तीन वर्षों के लिए निर्धारित किया गया है। यह नियुक्ति उस समय हुई है जब PMML व्यवस्थागत पुनर्गठन के दौर से गुजर रहा है, जिसका उद्देश्य संस्थान को आधुनिक बनाना और इसकी पहुंच बढ़ाना है।
अनुभवों से भरपूर प्रशासक
अश्विनी लोहानी, भारतीय रेलवे सेवा (IRSME) के 1980 बैच के अधिकारी हैं और कई महत्वपूर्ण सार्वजनिक संस्थानों का संचालन कर चुके हैं:
- रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष (2017)
- एयर इंडिया के CMD (दो बार)
- ITDC (इंडिया टूरिज़्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) के CMD (2001)
- MPSTDC (मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम) के CMD (2004–2010)
- सेवानिवृत्ति के बाद GMR ग्रुप के CEO
लोहानी ने पर्यटन और सार्वजनिक क्षेत्रों में नवजीवन लाने की क्षमता दिखाई है। उनका नेतृत्व कुशल प्रशासन, अनुशासन, और परिणाम आधारित प्रबंधन पर आधारित रहा है।
PMML का उद्देश्य क्या है?
प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय, संस्कृति मंत्रालय के अधीन कार्य करता है और इसका मुख्य उद्देश्य भारत के सभी प्रधानमंत्रियों की विरासत को संरक्षित करना है। यहाँ पर शामिल हैं:
- प्रदर्शनियाँ
- दस्तावेज़ संग्रह
- डिजिटल संग्रह, जो भारतीय लोकतंत्र की यात्रा को प्रस्तुत करता है
PMML सोसाइटी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं।
कार्यकारी परिषद का विस्तार
हाल ही में PMML की कार्यकारी परिषद की सदस्य संख्या 29 से बढ़ाकर 34 कर दी गई है। नए सदस्यों में शामिल हैं:
- स्मृति ईरानी – पूर्व केंद्रीय मंत्री
- राजीव कुमार – नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष
- जनरल सैयद अता हसनैन (सेवानिवृत्त)
- शेखर कपूर – फिल्म निर्माता
- वासुदेव कामत – कलाकार, संस्कार भारती
- संजय सान्याल, चामू कृष्ण शास्त्री, के. के. मोहम्मद, और बी. आर. मणि जैसे विद्वान
कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा हैं, जो प्रधानमंत्री मोदी के पूर्व प्रमुख सचिव रह चुके हैं।
इस नियुक्ति का महत्व
यह केवल एक प्रशासनिक बदलाव नहीं है। लोहानी अब PMML की सात सदस्यीय कोर कार्यकारी परिषद का हिस्सा हैं। इससे यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि संस्थान को सुधार, नवाचार और जन–संपर्क की नई दिशा दी जा रही है।
उनका पर्यटन, विमानन और अवसंरचना क्षेत्रों में व्यापक अनुभव PMML के कार्यक्रमों को नया जीवन दे सकता है। जैसे उन्होंने मध्यप्रदेश पर्यटन को पुनर्जीवित किया, वैसे ही उनसे उम्मीद है कि वे PMML की छवि और आगंतुक संख्या को भी बढ़ाएंगे।
Static Usthadian Current Affairs Table (Hindi)
विषय | विवरण |
नए PMML निदेशक | अश्विनी लोहानी |
नियुक्ति द्वारा | मंत्रिमंडलीय नियुक्ति समिति |
पूर्व पद | रेलवे बोर्ड अध्यक्ष, एयर इंडिया CMD, ITDC CMD, GMR CEO |
PMML स्थान | नई दिल्ली |
संचालन मंत्रालय | संस्कृति मंत्रालय |
PMML अध्यक्ष | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
PMML उपाध्यक्ष | राजनाथ सिंह |
कार्यकारी परिषद अध्यक्ष | नृपेंद्र मिश्रा |
परिषद सदस्य संख्या | 29 से बढ़ाकर 34 |
नए प्रमुख सदस्य | स्मृति ईरानी, राजीव कुमार, शेखर कपूर |
PMML का उद्देश्य | प्रधानमंत्रियों की विरासत, डिजिटल संग्रह, प्रदर्शनी |
लोहानी की पृष्ठभूमि | IRSME 1980 बैच, पर्यटन और प्रशासन में नेतृत्व |